उज्जैन। सात दिनों में सवा पांच करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण का लक्ष्य गृहस्थ संत पं. देवप्रभाकर शास्त्री दद्दाजी के सान्निध्य में उनके भक्तों ने एक ही दिन में प्राप्त कर लिया। मंगलवार को दद्दाधाम में पार्थिव शिवलिंग निर्माण के साथ महारुद्र यज्ञ एवं महारुद्राभिषेक प्रारंभ हुआ था। बुधवार शाम तक मंगलवार को बने शिवलिंगों की गिनती पूरी हुई और दद्दाजी ने अपने प्रवचनों के दौरान इस संख्या की घोषणा की।
मंगलवार को ही दद्दाजी के भक्तों ने 6 करोड़ 88 लाख 563 पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर दिए। अभिनेता एवं दद्दाजी के शिष्य आलोक वशिष्ठ के अनुसार मंगलवार से पार्थिव शिवलिंग निर्माण प्रारंभ हुआ था। इसके पूर्व सोमवार को इसके लिए मिट्टी की गोलियां काटी गर्इं, लेकिन भक्तों ने गोलियां ज्यादा काट दीं। इन सभी गोलियों से शिवलिंग निर्माण शुरू हुआ, जो मंगलवार देर शाम तक चला। बुधवार शाम को दद्दाजी ने प्रवचनों के दौरान जब यह घोषणा की तो भक्त झूम उठे। सात दिनों का लक्ष्य भक्तों ने एक ही दिन में पूरा कर दिया। बुधवार को भी भक्तों ने मिट्टी के महादेव बनाए।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधनासिंह, अभिनेता आशुतोष राणा, राजपाल यादव ने भी शिवलिंग निर्माण किए। साथ ही हवन तथा महारुद्राभिषेक भी देशभर से आए विद्वान आचार्यों के निर्देशन में आहूतियां दी गईं। शिवलिंग निर्माण, हवन तथा रुद्राभिषेक के दौरान मंच से भजन मंडलियों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। रात 9 से 11 बजे तक वृंदावन से आए बृजेश रामलीला मंडल द्वारा रामलीला का मंचन किया गया।
शिविर में ही 108 पुराणों की स्थापना हुई है। सुबह 9 से 11 बजे तथा शाम 4 से 6 बजे तक इन 108 पुराणों का पारायण आचार्यों द्वारा करवाया गया। शिष्य मंडल के अनिल त्रिपाठी, सुरेन्द्र सोहाने, प्रदीप चड्ढ़ा, आलोक वशिष्ठ, आशुतोष राणा, राजपाल यादव ने सिंहस्थ महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं से पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर पुण्य कमाने का अनुरोध किया है।