जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक लाख से अधिक नर्मदा भक्तों ने नर्मदा नदी की पंचकोषी यात्रा की और नर्मदा में स्थान कर पूजन अर्चना किया।
सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट स्थित सरस्वती घाट के समीप हरे कृष्ण मंदिर के प्रांगण और इसके आसपास अल सुबह से ही नर्मदा भक्त पंचकोषी परिक्रमा में शामिल होने के लिए पहुंच गये थे।
पंचकोषी परिक्रमा के संरक्षक सुधीर अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में जबलपुर के अलावा दूसरे स्थानों से एक लाख से अधिक नर्मदा भक्तों ने नर्मदा नदी की पंचकोषी परिक्रमा की।
उन्होंने बताया कि इस गरिमामयी कार्यक्रम में अमर शहीद चंद्रशेखर के नाती सुजीत आजाद और भतीजे सुमीत आजाद के अलावा अमर शहीद राजगुरू के पौत्र सत्यशील राजगुरू तथा राजस्थान स्थित सालासर पीठाधीश्वर नरोत्तम महाराज भी उपस्थित थे। साथ ही देश के कई जाने वाले अध्यामिक गुरू भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष व योगाचार्य डॉ शिवशंकर पटेल ने बताया कि ऐसा कार्यक्रम पिछले 21 सालों से आयोजित किया जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन में नर्मदा भक्तों के लिए 16 से अधिक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। नर्मदा के तिलवारा घाट से शुरू हुई 15 किलोमीटर की पंचकोषी यात्रा सरस्वती घाट पहुंची। तिलवारा और सरस्वती घाट पर करीब 70 से अधिक नाव लगे हुए थे।
इस भव्य कार्यक्रम के मद्देनजर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने कई तरह की व्यवस्था कर रखी हुई थी। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो सके इसके लिए वाहनों को कार्यक्रम स्थल से काफी पहले रोक दिया गया था। तिलवाराघाट और सरस्वती घाट पर होमगार्ड के चार दर्जन से अधिक जवान तैनात थे साथ ही दोनों ही घाटों पर गोताखोर उपस्थित थे।