वाराणसी। बीएचयू यूनिवर्सिटी में छेड़खानी की घटना के विरोध में प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई के बाद बीती रात पूरा परिसर छावनी में तब्दील हो गया था लेकिन अब वहां स्थिति सामान्य है और संस्थान को दो अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया गया है।
लेकिन अब इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। बीएचयू आ रहे कांग्रेस यूपी अध्यक्ष राजबब्बर, पी एल पुनिया और अजय राय को रास्ते में ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी के कुलपति ने कहा कि, कुछ बाहरी अराजक तत्व हैं जो विद्यार्थियों की आड़ ले कर संस्थान की गरिमा को धूमिल करना चाहते हैं। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
शनिवार की रात कुलपति आवास के पास पहुंचे छात्र और छात्राओं पर लाठी चार्ज किया गया जिसमें कुछ विद्यार्थी घायल हो गए। छात्राओं का कहना है कि पुलिस ने उन पर भी लाठी चार्ज किया। इसके बाद छात्रों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिय। सभी विद्यार्थी संस्थान में हुई छेड़खानी की घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
बहरहाल, भेलूपुर के क्षेत्राधिकारी ने बताया कि अब परिसर में स्थिति सामान्य है और दोषियों को जल्द ही चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्वाई की जाएगी।
यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन भी किया है। सिंह ने बताया कि पुलिस संस्थान में मौजूद है। हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। उन्होंने आशंका जताई कि घटनाओं के मुद्देनजर पुलिस कुछ छात्रावासों को खाली भी करा सकती है।
कल परिसर में हिंसा और तनाव को देखते हुए 25 थानों की पुलिस बुलाई गई थी। हालात काबू में करने के लिए परिसर में घुसी पुलिस को छात्रावास के विद्याथिर्यों के कडे विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की। बताया जाता है कि इसी बीच छात्रों ने पेट्रोल बम भी फेके। हालात को काबू में करने के लिए करीब 1500 पुलिस कर्मियों के साथ पीएसी के जवान एवं जिले के आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं।
गौरतलब है कि बीते गुरूवार को संस्थान में कला संकाय की एक छात्रा ने आरोप लगाया कि जब वह अपने छात्रावास लौट रही थी तब परिसर के अंदर बाइक सवार तीन लोंगो ने उससे छेड़खानी की। शिकायत के अनुसार, विरोध करने पर उन्होंने उसे आपत्तिजनक शब्द कह कर भाग गए। इस घटना को लेकर विद्यार्थियों ने विरोध जताया और उसी दौरान हालात बिगड़ गए।