वाराणसी। बीएचयू कैंपस में दो दिन से चल रहे धरना-प्रदर्शन और छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद चौतरफा घिरे बीएचयू कुलपति प्रो.जीसी त्रिपाठी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। पहली बार इस मामले में मीडिया के सामने आने के बाद कुलपति ने कहा है कि छात्रों को शुरुआत में शिकायत विश्वविद्यालय से थी लेकिन अब वो बात नहीं है। कुछ असमाजिक तत्व विश्वविद्यालय को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और छात्राओं की सुरक्षा से हम भी सहमत हैं। इसके लिए प्रयास भी किये जा रहे हैं। जगह जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने छात्राओं के आंदोलन पर कहा कि बड़ी मात्रा में बाहर से आकर लोग इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे एक विद्यार्थी के साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी उसके बाद हमने तय किया हमें सुरक्षा के प्रति सख्त होना है। हमने इसको लेकर प्रयास भी किए।
पुलिस ने लाठीचार्ज की बताई वजह
इस मामले पर बात करने के लिए हमने वाराणसी के डीएम और एसएसपी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी उपलब्ध नहीं हुआ। इससे पहले एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के मद्देनजर पैरामिलिट्री फोर्स बीएचयू कैम्पस में कैंप कर रही थी। पीएम का दौरा खत्म होने के बाद वहां से पैरामिलिट्री फोर्स हट गई।
महिला कॉलेज में घुसकर हुई मारपीट
आज तक के स्थानीय संवाददाता रौशन जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के दौरे के दिन स्थिति और उग्र हो गई थी। प्रदर्शनकारियों की योजना थी कि यदि कुलपति उनसे मिलने नहीं आए, तो प्रधानमंत्री के फ्लीट को रास्ते में रोका जाएगा। इस बात की भनक सिक्योरिटी को लग गई और पीएम का रूट बदल दिया गया। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने कुलपति आवास की तरफ रुख किया. यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड ने उनको जमकर मारा।
सिक्योरिटी गार्ड ने छात्रा को मारा थप्पड़
स्थानीय पत्रकार अभिनव पांडे ने बताया कि पिछले दो दिन से छात्र-छात्राएं सिंहद्वार पर धरने पर बैठे हुए थे। शनिवार की रात धरना प्रदर्शन करते हुए छात्र-छात्राएं कुलपति आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़े. कुलपति आवास के पास यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शनकारी कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इससे गुस्सा होकर एक सिक्योरिटी गार्ड ने एक छात्रा को थप्पड़ जड़ दिया।