लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक से मुलाकात की और राज्य में कानून व्यवस्था के बिगड़ने का आरोप लगाते हुये हस्तक्षेप की मांग की। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अहमद हसन और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ यादव राजभवन गये और उन्होने राज्यपाल रामनाईक से मिलकर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में बढोत्तरी और लगातार बिगड रही कानून व्यवस्था का हवाला देकर हस्तक्षेप की मांग की। नाईक साथ करीब 30 मिनट की मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर निकले यादव ने पत्रकारों से कहा ‘‘ सपा के शासनकाल के दौरान राज्यपाल समय समय पर कानून व्यवस्था की स्थिति पर हस्तक्षेप करते थे।
अब उन्हे प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के कार्यकाल में बदतर होती कानून व्यवस्था के सुधार के लिये दखल देना चाहिये। ’’ उन्होने कहा ‘‘ अपराधियों के हाथ खुले हुये है और वे जहां चाहते हैं, बेखौफ अपराध करते है। आगरा में बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या उनके चेम्बर में कर दी गयी जबकि जेल में अपराधी मारे जा रहे है। कोई बता सकता है कि कचहरी या जेल में हथियार कौन पहुंचाता है। ’’ सपा अध्यक्ष ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को बदहाल कानून व्यवस्था का जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि लोगों का विश्वास सरकार पर खोता जा रहा है।
यादव ने कहा कि मुलाकात के दौरान उन्होने यादव बिरादरी के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का मुद्दा भी उठाया। उन्होने कहा ‘‘ अब कोई मुझसे नहीं कह सकता है कि प्रदेश के किसी भी जिले में डीएम या एसपी यादव बिरादरी का हो। ’’ रामपुर में सपा के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां के प्रशासनिक उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुये उन्होने कहा ‘‘ रामपुर में आजम खां का प्रशासनिक उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्यपाल को इस मामले को तत्काल संज्ञान में लाना चाहिये। ’’ उन्होने आरोप लगाया कि खां पर फर्जी आपराधिक मामले थोप कर अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे है।