हिसार। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के आह्वान पर आज से शुरू हुए देशव्यापी अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन में हरियाणा के ट्रांसपोर्टर भी हड़ताल पर शामिल हुए। इस हड़ताल के चलते प्रदेश में लगभग 2.25 लाख ट्रकों का चक्का जाम हो गया है। इसके साथ ही ऑल हरियाणा ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व दी ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर हिसार व फतेहाबाद जिलों समेत पूरी प्रदेश में बेमियादी हड़ताल व धरना शुरू कर दिया है। एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव कुलदीप बैनिवाल ने बताया कि लंबे समय से सरकार उन्हें बहला रही है लेकिन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
बैनीवाल ने कहा कि सरकार लगातार डीजल की कीमतों में इजाफा कर रही है जिसका खामियाजा ट्रांसपोटर्स को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि डीजल के अलावा थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में लगातार वृद्धि व जगह-जगह टोल टैक्स वसूली के कारण कारोबार करना मुश्किल होता जा रहा है। हड़ताली ट्रांसपोर्टरों की मांग है कि डीजल की कीमतें कम होनी चाहिए व इसको भी अन्य वस्तुओं के समान ही वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाए तथा राष्ट्रीय स्तर पर समान मूल्य निर्धारण व डीजल कीमतों में त्रैमासिक संशोधन होना चाहिए।
देश को टोल बैरियर मुक्त किया जाए ताकि टोल बैरियर पर हो रही इंधन व समय की बर्बादी पर लगाम लगाई जा सके। तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम निर्धारण में पारदर्शिता व इस पर जीएसटी की छूट होनी चाहिए तथा पॉलिसी के माध्यम से एजेंटों को भुगतान किए जा रहे अतिरिक्त कमीशन को समाप्त किया जाए। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर टीडीएस खत्म होना चाहिए।