पटना। नेपाल और बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से गंगा समेत राज्य की सात नदियों के जलस्तर का खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से आठ जिले पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधुबनी और सुपौल में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के गुआवारी एवं तपही गांव में लालबकिया नदी का दायां तटबंध टूट जाने से ढाका एवं पताही प्रखंड का 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। तटबंध टूटने से ढाका प्रखंड के दो परिवार के छह सदस्य बह गए।
इनमें से दो लोगों का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि अन्य चार की तलाश जारी है। किशनगंज के सात प्रखंड बाढ़ की चपेट में है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से राहत एवं बचाव कार्य के लिए मदद मांगी है। वहीं, बाढ़ के पानी में बहने और दीवार गिरने से रविवार तक लगभग 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग लापता हैं। वहीं आज सीएम नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करने वाले है। मिली जानकारी के अनुसार सीएम सुबह 11 बजे पूर्णिया अररिया, किशनगंज, कटिहार के लिए रवाना होंगे। यहां पर सीएम राहत और बचाव कार्य का जायजा भी लेंगे।