महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर बाबा महाकाल (Baba Mahakal) का विवाह हो गया लेकिन 11 दिन बाद शेष रस्में निभाई जानी बाकी है। इसमे मंगलवार को बाबा की बारात निकलेगी। साथ ही इस मौके पर पूरे शहर को रिसेप्शन में आमंत्रित किया जा रहा है। इसके लिए बांटी गईं पत्रिका में भगवान गणेश,कार्तिकेय और रिद्धी सिद्धि दर्शनाभिलाषी के रूप में है। दरअसल, महाकाल शयन आरती परिवार पिछले 24 साल से महाकाल बाबा की शादी का रिसेप्शन कर रहा है। इस बार भी 8 मार्च महाशिवरात्रि में शिव विवाह की रस्म निभाने के बाद अब 19 मार्च को महाकाल का रिसेप्शन होगा। जिसमें पूरे शहर को आमंत्रित किया गया है। ख़ास बात ये की आमंत्रण में नगर भोज के लिए बांटी गईं पत्रिका में स्वागतातुर 33 करोड़ देवी-देवता और दर्शनाभिलाषी रिद्धि-सिद्धि संग भगवान गणेश और शिव के परिवार को बनाया गया है। कार्यक्रम रामघाट स्थित महाकाल मंडपम में होगा। बता दें कि महाशिवरात्रि के बाद शिव-पार्वती विवाह की बारात और रिसेप्शन की परंपरा निभाई जाती है।
इस अनोखे कार्यक्रम के लिए सोमवार को महाभोज की तैयारी शुरू की गई। ऐसे में श्रद्धालु शहर में पीले चावल के साथ शिव विवाह की पत्रिका बांट रहे है। जिस तरह आम शादियों में कार्यक्रम होते है उसी तरह गणपति पूजन से लेकर हल्दी मेंहदी महिला संगीत होगा। बाबा महाकाल को मंगलवार को दूल्हा बनाया जाएगा। बारात में भूत-पिशाच डांस करते नजर आएंगे।
मंगलवार को नगर कोट के गणेश्वर महादेव मंदिर से शिव बारात निकलकर महाकाल मंडपम पहुंचेगी। यहां बारात के स्वागत के लिए साफा बांधने से लेकर जूते पॉलिश, शेविंग और कपड़े प्रेस करने वाले का भी इंतजाम किया गया है। आम शादियों में मेहमान दूल्हा-दुल्हन को उपहार के साथ में सुखी जीवन के लिए आशीर्वाद देते हैं लेकिन इस शादी में अतिथि स्टेज पर विराजित बाबा महाकाल और माता पार्वती से आशीर्वाद लेने पहुचेंगे।
रिद्धी-सिद्धी संग श्री गणेश, कार्तिकय स्वामी सौ। अशोक सुंदरी-नवुस (दामाद)नंदी महाराज, मानभद्र, वीरभद्र, घंटाकरण, मणिभद्र, कीर्तिमुख,सूर्यमुखी हनुमान एवं महाकाल शयन आरती भक्त परिवार है। कार्यक्रम 18 मार्च गणपति पूजन के साथ शुरु होगा। शाम 5 बजे हल्दी मेहँदी फिर महिला संगीत होगा। फिर इसके बाद 19 मार्च दोपहर एक बजे बारात निकलेगी जिसमें भूत पिशाच चुड़ैलों को ख़ास आमंत्रण दिया गया है।
महाकाल शयन आरती परिवार अध्यक्ष महेंद्र कटियार ने बताया कि 19 मार्च को महाप्रसादी (नगर भोज) में करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। सोमवार को पीले चावल शिव विवाह की पत्रिका भक्तों ने घर-घर जाकर दी और लोगों को आमंत्रित किया है। रिसेप्शन में सब्जी, पूरी, खीर, खोपरा पाक के साथ गन्ने का रस, शिकंजी पानी-पतासी और पान भी खाने को मिलेगा। श्रद्धालुओं के लिए 10 से ज़्यादा भट्टियों पर खाना बनाना शुरू हो गया है।