नारायणपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विद्यार्थियों से कहा है कि वे शिक्षा के साथ ही खेलकूद में भी पूरे आत्मविश्वास के साथ भाग लें, वर्तमान समय में खेलकूद से भी करियर बनाने की असीम संभावनाएं है। राज्यपाल उइके कल यहां जिला मुख्यालय में रामकृष्ण मिशन आश्रम और भिलाई इस्पात संयंत्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खेल मेला के पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने खेलों के विकास के लिए दो लाख रूपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर उईके ने खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। उइके ने कहा कि पहली असफलता से नहीं घबराना चाहिए और उसे सफलता की पहली सीढ़ी मानकर और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ अपने उद्देश्य को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलकूद से जहां टीम भावना विकसित होती है, वहीं नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है।
राज्यपाल ने कहा कि खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि हासिल करने के लिए उत्साह की आवश्यकता होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे महान खिलाड़ियों की जीवनी पढ़ें और उनसे सीख लेकर खेल प्रतिभा को निखारें। उइके ने कहा कि बदलते समय में तकनीकी शिक्षा आवश्यक है। कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से बेरोजगार युवकों के लिए विभिन्न व्यवसाय का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ जैसे क्षेत्र में अंग्रेजी एवं गणित के शिक्षक नहीं मिलते हैं। इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं। रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी व्याप्तानंद ने कहा कि नारायणपुर क्षेत्र के ग्रामीण अंचल के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। आश्रम के माध्यम से सभी क्षेत्रों में बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने के प्रयास किये जा रहे हैं।