मथुरा। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासन में संवैधानिक विशिष्ट संस्थाओं का अवमूल्यन किया जा रहा है। सिंह ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा केन्द्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) के मुखिया आलोक वर्मा की सीमिति शक्तियों के साथ वापसी करने के आदेश बावजूद उन्हें चंद घंटे में ही पद से हटा दिया। उन्होंने कहा कि सीबीआई का जो हाल है वह सबके सामने है।
इसके पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर को केन्द्र सरकार के दबाव के कारण की वहज से त्यागपत्र देना पड़ा। उनका कहना था कि उच्चतम न्यायालय के चार न्यायाधीशों ने तो पिछले साल ही कहा था कि प्रजातंत्र खतरे में है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि महागठबंधन की प्रक्रिया में रालोद को मात्र दो सीटें दी गई हैं। उन्होंने हाल के बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता सतीश चन्द्र मिश्र के उस बयान का उल्लेख भी किया जिसमें उन्होंने कहा है कि अभी सीटों के बटवारे तथा अन्य दलों के शामिल करने पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।