हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संस्कृत में ज्ञान व विज्ञान का अपार भंडार समाहित है। वर्तमान दौर में इसके ज्ञान को दैनिक जीवन में अपनाये जाने की आवश्कता है। गुरुकुल गडी विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत संवर्धन कार्यशाला में मुख्य अतिथि आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संस्कृत में निहित ज्ञान को विज्ञान को शोध के माध्यम से दुनिया के सामने लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केन्द्र सरकार नई भारतीय शिक्षा नीति में भारतीय संस्कृति और संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित किये जाने के कार्य पर जोर दे रही है। जिसके परिणाम निश्चय ही देश की भावी पीढी के लिए हितकारी साबित होगें।