खरगोन। मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि मध्यप्रदेश सभी संस्कृतियों का एक गुलदस्ता है। यहां सभी संस्कृतियां पलें और पनपे ऐसे प्रयास संस्कृति विभाग कर रहा है। डॉ साधौ ने यहां जिले के महेश्वर के मां अहिल्या घाट पर कल तीन दिवसीय 26वें निमाड़ उत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस बार निमाड़ उत्सव वैश्विक प्रतिभाएं लेकर आया है। प्रदेश की अनेक संस्कृतियों को मां नर्मदा के इस तट पर एक रूप में देखना गौरव का क्षण है।
इस मौके पर पहली बार राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान से दो कला साधकों को सम्मानित भी किया गया। वर्ष 2017 के राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान मालवा की लोककला परंपरा की वाहक प्रतिभा सम्पन्न कलाकार श्रीमती कृष्णा वर्मा और वर्ष 2018 का सम्मान मधुबनी चित्रशैली का उत्कृष्ट सृजन करने वाली श्रीमती शांति देवी को दिया गया।
इससे पूर्व डॉ. साधौ ने मां नर्मदा का पूजन-अर्चन करते हुए मां नर्मदा की आरती की। कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान से सुशोभित होने वाली दो कला साधकों का प्रशस्ति वाचन किया। उत्सव के शुभारंभ के पश्चात कथक समूह द्वारा आकर्षक नृत्य किया गया। यह प्रस्तुति बहुत सराही गई। निमाड़ उत्सव का आयोजन आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी व संस्कृति परिषद भोपाल तथा जिला प्रशासन खरगोन द्वारा आयोजित किया गया ।