26 Apr 2024, 11:59:32 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

स्क्विरल बंदर बाकी बंदरों से काफी अलग होते हैं। ये सायमीरीन प्रजाति के होते हैं। सायमीरीन नाम में साय का मतलब है बंदर और मीरीन मतलब छोटा अर्थात छोटा बंदर। ये बंदर अमेरिका के जंगलों में पाए जाते हैं। इस प्रजाति की मादा बंदर ज्यादा फुर्तीली और ताकतवार होती हैं। ये देखने में बहुत छोटे होते है और इनके बाल बहुत ही महीन और कोमल होते है। इनके कंधों का रंग जैतून के पेड़ जैसा और इनकी कमर पर पीले संतरी बाल होते हैं।
 
इनके गले और कानों पर सफेद और मुंह पर काले बाल होते हैं। इनके सिर के ऊपरी भाग पर बहुत बाल होते हैं। इनकी लंबाई 25 से 35 से.मी. के बीच होती है। सबसे कमाल की बात तो यह है कि जितने बड़े यह खुद नहीं होते उससे बड़ी तो इनकी पूंछ होती है। यह अपनी पूंछ को अपने बचाव के लिये इस्तेमाल करते हैं। ये बाकी बंदरों से काफी अलग होते हैं। ये अपनी पूंछ को चढ़ने-उतरने के लिये इस्तेमाल नहीं करते हैं, बल्कि ये इसे एक संतुलित हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
 
ये बंदर अकेले नहीं रहते। एक साथ तुम्हें 500 बंदर तो दिखेंगे ही। ज्यादा बड़ा समूह होने पर ये छोटे टुकड़ों में बंट जाते हैं। कोई भी खतरा होने पर ये अपने साथियों को आवाज निकाल कर सूचित करते हैं। इनसे सांप और दूसरे जहरीले जानवर डरते हैं।  इनकी उम्र केवल 25 साल की होती है साथ ही यह 26 प्रकार की आवाजें निकाल सकते हैं।
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