बच्चों आपका मनपसंद कॉर्टून कैरेक्टर डोरेमोन एक रोबो है, जो नोबिता के साथ रहता है। वो नोबिता की हर बात को समझता है, उसकी मदद करता है। दुनिया में अभी ऐसे रोबो हैं, जो इनसानों की मदद करते हैं और उनके काम करते हैं। रोबो को देखकर तुम्हारा यह जानने का मन करता होगा कि इनका अविष्कार कैसे हुआ और इसकी विकास यात्रा किन-किन चरणों से होकर गुजरी। चलो इसी बारे में कुछ बातें जानते हैं
कैसे विकसित हुआ रोबो
सन 1495 में उस दौर की प्रसिद्ध पुस्तक लियोनार्दो द विंसी में मानव के मशीन रूप की चर्चा हुई। इंजीनियर मार्क रोशेम ने नासा के मंगल ग्रह अभियान पर भेजने के लिए रोबो का छोटा वर्जन तैयार किया। सन 1930 में पहला मानव आकार का रोबो बना। सात फीट लंबा यह रोबो पेस्टिंग हाउस में बना।
इस रोबोट में 700 शब्द स्टोर किए गए थे, जिनसे यह साधारण बोलचाल की भाषा को समझ सके और उसका उत्तर भी दे। इस समय एक मिलियन से भी ज्यादा रोबो कई औद्योगिक क्षेत्रों में प्रयोग किए जा रहे हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा जापान में हैं। अमेरिकी सेना में 4,000 से अधिक रोबो हैं, जो युद्धभूमि में छिपे बमों को ढूंढ़कर नष्ट कर देते हैं।
रोबो नाम
चेक भाषा का एक शब्द रोबोटा है। इसका मतलब होता है बहुत मेहनत करना। सन 1921 में एक प्ले रोजम्स यूनिवर्सल रोबोट्स के दौरान यह शब्द पहली बार प्रयोग में आया। इस प्ले में रोबो को खलनायक के तौर पर प्रस्तुत किया गया था।