नई दिल्ली। हिंदूओं में अगरबत्तियों की एक अलग पहचान रही है। ये केवल आपके धार्मिक भावनाओं से नहीं जुड़ी बल्कि आपके जीवन में शांति और समृद्धि का भी संचार करती है। अगरबत्ती को जलाने के बाद इससे जो सुगंध निकलती है वह आपके घर के साथ साथ आपके मन में भी खुशबू भर देती है लेकिन क्या आपको पता है कि अगरबत्ती का धुआं सिगरेट के धुएं से भी ज्यादा खतरनाक है।
साल 2015 में चीन में हुए एक अध्ययन के अनुसार जब अगरबत्ती जलाई जाती है तो उससे धुआं निकलता है। उस धुएं में कुछ छोटे पार्टिकल्स मौजूद होते हैं जो हवा में मिल जाते हैं। इन पार्टिकल्स में एक ऐसे प्रकार का टॉक्सिक होता है जो शरीर के अंदर के सेल्स को नुकसान पहुंचाता है। अध्ययन के अनुसार अगरबत्ती से निकलने वाले धुएं में 3 तरह के टॉक्सिन्स होते हैं जिनसे कैंसर हो सकता है। इससे शरीर के अंदर मौजूद जीन का रूप बदल जाता है जो कि कैंसर का पहला स्तर है। जेनेटिक म्यूटेशन मनुष्य के शरीर के डीएनए में बदलाव कर देता है जो कि सही नहीं है।
सांस की बीमारी- जब आप अगरबत्ती से निकलने वाले सुगंधित धुएं को सूंघने की कोशिश करते हैं तो ये आपके फेफड़ों तक पहुंचता है जो आपको सांस की परेशानी दे सकता है। इस धुएं में 64 प्रकार के कण मौजूद होते हैं जो सांस लेने की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं। अगरबत्ती में मौजूद कई तरह के कण आपके शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं अगरबत्ती से निकलने वाला सुगंधित धुआं भी हानिकारक साबित हो सकता है।