नई दिल्ली। केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक शोध में यह निष्कर्ष सामने आया है।देश में महिलाओं में खून की कमी होने की बड़ी वजह अधिक काम करना और खुराक कम लेना और ज्यादा माहवारी होना है। आयुष मंत्रालय के तहत एनेमिया पर अनुसंधान कर रही
इस साल के शुरू में आए एक सर्वेक्षण के मुताबिक, देश में 59.27 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी से पीड़ित है। यह सर्वेक्षण 2012 से 2014 के बीच किया गया था।
जामिया नगर स्थित रीजनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन में हो रहे इस शोध के मुख्य प्रशिक्षक और सेंटर के सहायक निदेशक डॉ सैयद अहमद खान ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को शुरू हुए अभी सिर्फ तीन महीने हुए हैं और अब तक खून की कमी के 150 से ज्यादा पीड़ितों (महिला-पुरूष दोनों) का पंजीकरण हुआ है और उनका उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उपचार यूनानी चिकित्सा पद्धति के आयरन बढ़ाने वाले फॉर्मूले से बनाई गई एक खास दवा से किया जा रहा है। हालांकि उन्होने न दवाई का नाम बताया और न इसके बारे में और जानकारी दी।
डॉ खान ने अब तक के शोध में सामने आए नतीजों के आधार पर बताया कि महिलाओं में खून की कमी होने की मुख्य वजह मासिक धर्म का अधिक समय तक रहना है। इसके अलावा कुपोषण और जिगर का सही तरह से काम नहीं करना और पेट में कीड़े होना भी खून की कमी होने के कारणों में शामिल है।
उन्होंने कहा कि पुरूषों में खून की कमी की मुख्य वजह जिगर का सही से काम नहीं करना और कुपोषित होना है और कुछ पुरूषों में बवासीर की वजह से भी खून की कमी हो जाती है।