नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल से लोकसभा में निर्वाचित सांसदों ने राज्य में वेतन एवं सेवाशर्तों को लेकर दस दिन से आंदोलन कर रहे पैराशिक्षकों में से एक महिला की मौत होने का मामला सदन में जोरशोर से उठाया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार पर शिक्षकों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। शून्यकाल में भाजपा की सदस्य श्रीमती लॉकेट चटर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 12 नवंबर से आंदोलनरत पैराशिक्षकों में से एक महिला शिक्षक की मौत हो गयी है।
उन्होंने राज्य की तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर शिक्षक ही अपने भविष्य के लिए आंदोलन करेगा तो छोटे छोट बच्चों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। राज्य के शिक्षक सड़क पर खड़े हैं। श्रीमती चटर्जी ने कहा कि राज्य सरकार सभी शिक्षकों को मरने देना चाहती है।
आंदोलनरत शिक्षकों पर पुलिस लाठी चार्ज कर रही है और महिलाओं के वस्त्र फाड़कर उनके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। पश्चिम बंगाल की स्थिति बहुत खराब है। जिस समय श्रीमती चटर्जी बोल रहीं थीं, उस समय करीब दस सांसद अपनी सीटों पर खड़े होकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ नारे लगा रहे थे। इससे तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी उत्तेजित हो कर अपनी सीटों से उठकर आगे बढ़ आये और विरोध व्यक्त करने लगे। बाद में अध्यक्ष ओम बिरला ने हस्तक्षेप करके दोनों पक्षों को बिठाया।