नई दिल्ली। उपभेक्ता मामले विभाग के सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने आज कैबिनेट सचिव राजीव गौबा को देश में प्याज की उपलब्धता और उसके मूल्यों की जानकारी दी। श्रीवास्तव ने कहा कि प्याज के मूल्य को नियंत्रित करने के लिए अनेक कदम उठाये गये हैं। प्याज की उपलब्धता के लिए 56700 टन का बफर स्टाक बनाया गया था जिसमें से 1525 टन प्याज बचा हुआ है। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने हाल में कहा है कि कई राज्यों में अधिक वर्षा से प्याज के उत्पादन और अपूर्ति में 30 से 40 प्रतिशत का अंतर है।
सफल, नेफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से 24 रुपये प्रति किलो की दर से उपभोक्ताओं को प्याज उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्यों से प्याज की मांग की जानकारी ली जा रही है। झारखंड, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और पश्चिम बंगाल ने अब तक प्रतिदिन 300 टन प्याज की मांग की है। राजस्थान में प्याज की नयी फसल बाजार में आ रही है। सरकार ने नेफेड को वहां से प्याज की खरीद करने को कहा है। विदेश को प्याज का निर्यात रोक दिया गया है और घरेलू मांग की पूर्ति के लिये प्याज का आयात किया जा रहा है। इसके साथ ही व्यापारियों के लिए स्टाक सीमा निर्धारित कर दी गयी है। उल्लेखनीय है कि बाजारों में प्याज की कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है।