जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इंद्रावती बस्तर की प्राणदायिनी नदी है। इसमें बारहमास पानी का बहाव हो, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जोरानाला के संबंध में ओडिशा की सरकार से बात की जाएगी, ताकि इंद्रावती में पानी का प्रवाह बना रहे। मुख्यमंत्री श्री बघेल कल शाम यहां सिरहासार भवन में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस प्लांट के बन जाने से इंद्रावती में दूषित पानी का प्रवाह रुकेगा। उन्होंने ये भी कहा कि इस प्लांट को जल्द से जल्द बनाया जाए, जिससे इसका लाभ यहां की जनता को मिल सके। मुख्यमंत्री ने जगदलपुर को सुंदर शहर और यहां के लोगों को अच्छा बताते हुए कहा कि जगदलपुर को स्वच्छ बनाए रखने में यहां के लोगों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जगदलपुर में गर्मी के दिनों में इंद्रावती नदी के सूखने और बारिश के दिनों में जल भराव की समस्या देखने को मिल रही है। इन दोनों समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कार्य करेगी।