26 Apr 2024, 21:10:13 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

 

बैतूल। जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन, विमानन, आनंद, जनजातीय कार्य, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री लालसिंह आर्य ने सोमवार को जिले के शिक्षा एवं जनजातीय कार्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भविष्य में जहां भी छात्रावास एवं स्कूल स्वीकृत होंगे, वहां उनकी स्वीकृति के साथ ही भवन की स्वीकृति भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति बस्तियों में बनने वाले मंगल भवन अब नए डिजाइन के ज्यादा सुविधायुक्त बनाए जाएंगे, ताकि लोग इनका बेहतर उपयोग कर सके। 
 
बैठक में सांसद ज्योति धुर्वे, जिला पंचायत अध्यक्ष सूरजलाल जावरकर, विधायक बैतूल हेमन्त खण्डेलवाल, विधायक मुलताई चन्द्रशेखर देशमुख, विधायक भैंसदेही महेन्द्र सिंह चौहान, विधायक आमला चैतराम मानेकर, विधायक घोड़ाडोंगरी मंगलसिंह धुर्वे सहित कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री शीला दाहिमा एवं विभागीय अधिकारी- कर्मचारी मौजूद थे। 
 
बैठक में प्रभारी मंत्री ने कम साक्षरता दर वाले ग्रामों को चिह्नित किया जाकर वहां शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने पर जोर दिया। उन्होंने कन्या क्रीड़ा परिसर में आवश्यक रूप से खेल मैदान निर्मित करवाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने छात्रावास, आश्रम एवं स्कूलों में उपलब्ध व्यवस्थाओं एवं मुहैया कराई जा रही बजट राशि की स्थिति की भी जानकारी ली। साथ ही कहा कि इन छात्रावासों, स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भोपाल स्तर से प्रत्येक आश्रम, छात्रावास में आॅनलाइन कोचिंग देने पर विचार किया जा रहा है। 
 
यह भी प्रयास रहेगा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री से साल में चार बार समस्त आश्रमों, छात्रावासों के विद्यार्थियों की आॅनलाइन बात करवाई जाए, ताकि उनमें आगे बढने का बेहतर विश्वास विकसित हो। उन्होंने आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत निमार्णाधीन कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि निर्माण कार्य समय सीमा में पूरे हों। साथ ही स्वीकृत राशि लेप्स न हो, इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि भवनों के दरवाजे, छत इत्यादि में अच्छी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि छात्रावासों, आश्रमों में रह रहे विद्यार्थियों की शिष्यवृत्ति में अब बढ़ोत्तरी की गई है। बालकों को मिलने वाली 1055 रुपए की राशि को 1090 रुपए एवं बालिकाओं को मिलने वाले 1100 रुपए की राशि को 1130 रुपए किया गया है।
 
प्रभारी मंत्री ने यह भी कहा कि जिन स्थानों पर किराए के भवनों में छात्रावास संचालित हो रहे हैं, वहां भवन निर्माण हेतु शीघ्र ही राशि स्वीकृत की जा रही है। इस दौरान उन्होंने छात्रवृत्ति की आधार से लिंकेज, आवास सहायता योजना सहित विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं आईटीडीपी बैतूल एवं भैंसदेही द्वारा संचालित योजनाओं की भी समीक्षा की। 
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