नोवा स्कोटिया। कनाडा की ब्रियाना फ्लेचर एक ऐसे सिंड्रोम का शिकार है जो 5000 हजार महिलाओं में सिर्फ एक को होता है। इस बीमारी के चलते ब्रियाना को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण वह अपना सामान्य जीवन नहीं व्यतीत कर पा रही हैं। ब्रियाना एमआरकेएच नाम के सिंड्रोम से ग्रस्त हैं, जिसकी वजह से उनके वजाइना का दो तिहाई हिस्सा गायब है। ब्रियाना ने पहली बार इस सिंड्रोम की वजह से होने वाली परेशानियों को सबके सामने रखा। उन्होंने कहा कि एमआरकेएच सिंड्रोम की वजह से उनका रिप्रोडक्टिव सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया जिससे वे खुद बच्चे को जन्म नहीं दे सकती हैं और उन्हें पीरियड्स भी नहीं होते। उन्होंने कहा कि यौन संबंध बना तो सकती हैं, लेकिन यह काफी चुनौती भरा होगा।
पूर्व प्रेमी मारता था ताने
पहली बार अपनी स्थिति पर बात करते हुए फ्लेचर ने बताया, 'मेरे पूर्व प्रेमी ने मेरी इस बीमारी को स्वीकार कर लिया था लेकिन वह अक्सर मेरे खिलाफ इसका इस्तेमाल करता था और मुझे कहता था कि मैं वास्तव में महिला नहीं हूं।' फ्लेचर ने बताया, 'मैं जानती हूं कि मैं महिला हूं, भले ही मुझे पीरियड्स हो या नहीं, इसलिए मेरे पूर्व प्रेमी की बातें चुभने वाली होती थी लेकिन वह बड़ा मुद्दा नहीं था।' महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर असर डालने वाला एमआरकेएच एक ऐसी रेयर कंडिशन होती है जिसमें सिन्ड्रोम से ग्रसित महिला के पास वजाइना या तो होती ही नहीं है या फिर उसका अधिकांश हिस्सा गायब रहता है। यह एक जेनेटिक डिसआॅर्डर होता है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इस सिन्ड्रोम से ग्रसित होने वाली लड़कियों का बाहरी गुप्तांग सामान्य बच्चों की तरह नॉर्मल होता है।एमआरकेएच का पता तभी चलता है जब पीड़ित को पीरियड्स शुरू नहीं होते। फ्लेचर ने बताया कि उनके डॉक्टर को भी इस सिंड्रोम से पीड़ित पहला मरीज मिला था। इसलिए डॉक्टर को इलाज के लिए काफी रिसर्च करनी पड़ी। इतना ही नहीं खुद फ्लेचर ने भी पूरा इंटरनेट खंगाल लिया लेकिन उन्हें एमआरकेएच से जुड़ा कुछ खास नहीं मिला।