नई दिल्ली। आज पूरे देश में धूमधाम से दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन को बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्रीराम इसी दिन लंकापति रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को उसके कब्जे से छुड़ा कर लाए थे। रावण के वध से जुड़ीं कई मान्यताएं और कहानियां प्रचलित हैं। विजयादशमी के अवसर पर रावण के बारे में एक चौंकाने वाली रिसर्च सामने आई है। इस रिसर्च के अनुसार रावण का शव आज भी श्रीलंका में मौजूद है।
पहले मिले थे हनुमान के पद चिन्ह
यह खोज श्रीलंका के इंटरनेशनल रामायण रिसर्च सेंटर और वहां के पर्यटन मंत्रालय ने मिलकर की है। वैसे ये पहली बार नहीं है जब श्रीलंका में रामायण से जुड़ी कोई बात निकलकर आई हो। इससे पहले भी कई बार वहां अशोक वाटिका और भगवान हनुमान के पैरों के निशान देखने की बात कही जा चुकी है।
लंकापति रावण का शव सुरक्षित है
जी हां! इस रिसर्च में श्रीलंका में 50 ऐसे स्थल की खोज की गई है, जिनका रामायण से संबंध है। इस खोज में दावा किया गया है कि रावण का अंतिम संस्कार नहीं हुआ था और उसका शव आज भी सुरक्षित है। ये रेगला इलाके में एक गुफा में सुरक्षित है जिसकी ऊंचाई पर स्थित है।
एक रहस्य है रावण का अंतिम संस्कार
यह तो सभी को मालूम है कि श्रीराम ने रावण का वध किया था और इसके बाद विभीषण को लंकापति का शव सौंप दिया गया था। रावण की मौत के बाद विभीषण लंका का राजा बन गया था लेकिन रावण के अंतिम संस्कार की बात किसी को नहीं मालूम।