आज तक हमने तोते को इंसानों की तरह बोलते हुए देखा है, पर आपको जानकर हैरानी होगी कि कौओं की एक प्रजाति रेवन भी इंसानों की तरह बोल सकती है। ये कौए नॉर्दर्न हेमिस्फेयर और अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं। रेवन कौए की एक खास प्रजाति है। इस प्रजाति के कौए देखने में आम कौओं की तरह ही होते हैं, पर ये आकार में इनसे काफी बड़े होते हैं। ये भी तोतों की तरह इंसानों की बात को दोहराते हैं। इनकी आवाज सुनने पर ऐसा लगता है जैसे कोई पक्षी नहीं, बल्कि कोई आदमी बात कर रहा है। ये बहुत बुद्धिमान होते हैं।
शिकार करने में होते हैं तेज
डॉलफिन के बाद रेवन को सबसे ज्यादा दिमाग वाला प्राणी माना जाता है। रेवन अक्सर पहले ही प्रयास में अपने भोजन को पकड़ लेते हैं। कई रेवन इतने तेज होते हैं कि 30 सेकंड में ही अपने शिकार को पकड़ लेते हैं।
बातों की नकल में होते हैं माहिर
बात करने में रेवन कई तोते की प्रजातियों से भी तेज होते हैं। इंसानों की आवाज व हाव-भाव के साथ ही ये कई तरह की आवाजों की नकल कर सकते हैं। जैसे कार के इंजन की आवाज, टॉयलेट के फ्लश की आवाज या दूसरे जीव-जंतुओं की आवाज निकाल सकते हैं।
चींटियों से है अजीब रिश्ता
रेवन को अक्सर चींटियों के टीलों पर लेटकर गुलाटी मारते हुए देखा जाता है। ये अपने पंखों से चींटियों के साथ खेलते हैं। रेवन की चींटियों के साथ खेलने की हरकत को एंटिंग कहा जाता है। सिर्फ रेवन ही नहीं, सॉन्गबर्ड और कौए भी एंटिंग करने के लिए मशहूर हैं।
इशारा करते हैं हमारी तरह
रेवन अपने पंखों के जरिए दूसरे पक्षियों से बात करते हैं। सुनकर हैरान रह गए न, पर यह सच है। ऑस्ट्रिया में हुए एक अध्ययन के मुताबिक जिस तरह हम अपनी अंगुलियों से किसी चीज को दिखाते हैं, वैसे ही रेवन भी दूसरों को किसी चीज के बारे में बताने के लिए अपनी चोंच का प्रयोग करते हैं।
रहते हैं झुंड में
दूसरे पक्षियों की तरह रेवन भी जोड़े में रहते हैं। पर जैसे ही उनके बच्चे किशोरावस्था में पहुंचते हैं, वे अपने परिवार को छोड़ कर अपनी उम्र के दूसरे रेवन के झुंड में शामिल हो जाते हैं। वे साथ-साथ घूमते हैं और साथ-साथ खाते हैं, जब तक कि उन्हें कोई जोड़ीदार नहीं मिल जाता। उसके बाद वे अपनी जोड़ीदार के साथ रहने लगते हैं।
तोते से कैसे अलग होते हैं रेवन
रेवन तोतों से काफी अलग होते हैं। तोते की बोलने की शैली काफी पारंगत होती है। रेवन खेलने के लिए अपना खिलौना खुद तैयार करते हैं, जबकि तोते ऐसा नहीं करते। रेवन स्वभाव से काफी आक्रामक होते हैं, वहीं तोते काफी शांत होते हैं।