गोरखपुर। गोरखपुर में सामाजिक दायरों को तोड़ते हुए एक 55 साल के दारोगा निषाद ने अपने बड़े बेटे की पत्नी से शादी कर ली। जब इस बात का खुलासा गांववालों को हुआ तो इसके पीछे की वजह पूछी गई। तब उसने इसे मजबूरी का हवाला दे दिया।
दरअसल मामला गोरखपुर के करीब 25 किलोमीटर दूर चौरी- चौरा तहसील के डीहघाट गांव का है। यहां के 55 वर्षीय दारोगा निषाद ने बीते 13 जून को अपने बड़े बेटे की पत्नी पुन्नू (33 साल) से शादी कर ली। दोनों ने गुपचुप तरीके से मंदिर में विवाह किया।
ससुर ने कहा बेटे की हरकत से था शर्मिंदा
परन्तु उनका गुपचुप विवाह आज जग जाहिर हो गया। तब दारोगा ने बताया यह शादी करना मेरी मजबूरी थी। मैंने सिर्फ बेटे की बेवफाई के बाद बहु को नई जिंदगी देने के लिए ऐसा कदम उठाया है। बेटे की हरकत पर मैं शर्मिंदा हूं।
शादी बनी चर्चाओं का विषय
एक ओर जहां दारोगा अपने बेटे को बेवफा बता रहे हैं, वहीं गांववाले उसे ही दोषी मानते हैं। गांव निवासी रामशरण ने बताया कि दिलीप रोजी-रोटी की तलाश में कई शहरों में जाकर काम करता था। इसी बीच दारोगा और उसकी बहू के बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं। एक बार घर लौटे बेटे ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में भी देखा था। बेटा-बहू के बीच इसी बात के कारण आए दिन झगड़ा होता था।
जिम्मेदारी को निभाने के लिए उठाया कदम
उन्होंने कहा कि मेरे बेटे दिलीप ने किसी और लड़की से शादी कर ली है। दूसरी शादी के बाद उसने घर आना-जाना भी बंद कर दिया। बहू के ऊपर 4 बच्चों की जिम्मेदारी है। मैं चाहता था कि वो अपनी जिंदगी में आगे बढ़े। इसलिए मैंने उसका हाथ थामा।
4 साल से बेटा घर नहीं लौटा
उन्होंने कहा कि बड़े बेटे दिलीप ने 2001 में पुन्नू से शादी की थी। चार बच्चे हैं - सुमन, बिंदू, गणेश और 2013 में शुभम पैदा हुआ। जॉब के लिए गए दिलीप ने वहीं दूसरी लड़की से शादी कर ली। दारोगा के मुताबिक, बेटा आखिरी बार 2013 में घर आया था।