महाराष्ट्र के नागपुर में देश के पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, शुरूआत में यहां चार चार्जिंग स्टेशन लगाए गए हैं, हर एक स्टेशन की क्षमता अलग-अलग साइज और शेप के 200 वाहनों को चार्ज करने की है, इन स्टेशन पर फास्ट चार्जिंग के लिए सुपर चार्जर और बैटरी स्वेपिंग यूनिट भी लगाई गई हैं। चार्जिंग के लिए रेग्यूलर इलेक्ट्रिसिटी के अलावा सोलर पैनल भी लगाए गए हैं। नागपुर में चलने वाले इलेक्ट्रिक टैक्सी बेड़े में कुल 200 इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया गया है। किसा कार को फुल चार्ज होने में 37 यूनिट बिजली लगेगी, इसकी लागत 6 रुपए प्रति यूनिट आती है। ऐसे में 37 यूनिट पर करीब 225 रूपए का खर्चा आएगा।
फुल चार्ज होने के बाद कार 110 किमी का सफर तय करेगी, यह 3 किमी प्रति यूनिट का माइलेज देगी, इस तरह इसका ड्राइविंग खर्च 2 रूपए प्रति किलोमीटर आएगा, यह खर्चा डीजल और पेट्रोल दोनों ही कारों की तुलना में कम है, यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि इस मामले में यह कुछ टू-व्हीलरों से भी बेहतर है। इलेक्ट्रिक टैक्सी बेड़े में ई-रिक्शा को भी शामिल किया गया है। इनके अलावा इलेक्ट्रिक बसों और ई-आॅटो का फिलहाल ट्रायल चल रहा है, उम्मीद है कि जल्द ही इन्हें भी इलेक्ट्रिक वाहनों के बेड़े में शामिल किया जाएगा।
इस तरह इलेक्ट्रिक बसों और ई-आॅटो के लिए भी फास्ट चार्जर का इस्तेमाल होगा, ई-रिक्शा के लिए यहां डिस्चार्ज बैटरी को चार्ज करने के बजाए बैटरी बदलने की सुविधा मिलेगी, एक फुल बैटरी से ई-रिक्शा करीब 80 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं, इनकी बैटरी को चार्ज होने में करीब 3 घंटे लगते हैं।