हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हाल ही में ऐलान किया था कि अपनी पार्टी टीआरएस के वार्षिक आयोजन के लिए पैसा जुटाने के लिए वह और उनके मंत्री दो दिन कुली की तरह काम करेंगे। इसकी शुरुआत चंद्रशेखर राव उर्फ केसीआर के घर से ही हुई है। उनके बेटे और आईटी मंत्री के टी रामाराव ने मिसाल पेश करते हुए एक आइसक्रीम पार्लर का जिम्मा संभाला, कमर पर एप्रिन बांधा और लग गए काम पर। रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद-नागपुर राष्ट्रीय हाइवे पर स्थित सुचित्रा आइसक्रीम पार्लर पर वह एक घंटे से कम वक्त के लिए रहे और करीब 7.5 लाख रुपए कमाकर बाहर निकले। यह इस पार्लर की महीने भर की कमाई से कहीं ज्यादा रकम है।
यह बात अलग है कि केटी के पास आने वाले ग्राहक भी काफी अमीर थे और इनमें से ज्यादातर नेता ही थे। जैसे कि 63 साल के मल्ला रेड्डी जो खुद कभी कॉलेज नहीं गए लेकिन राज्य में उनके इंजीनियर कॉलेजों की एक चेन है। रेड्डी विरोधी दल टीडीपी की टिकट पर सासंद चुने गए थे जिन्होंने पिछले साल पाला बदल लिया था। इन्होंने रामा राव के इस एक घंटे के पार्लर से बिना किसी शिकायत के पांच लाख की आइसक्रीम खरीदी। बता दें कि आंध्रा-तेलंगाना के सांसद और विधायक देश के सबसे अमीर नेताओं में से एक हैं। 2014 में मल्ला रेड्डी ने 48 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी।
जनता का पैसा पहले लुटाया था दान में
वेंकटेश्वर देवता की मूर्ति के लिए जनता के दिए गए टैक्स से 5.5 करोड़ रुपए की रकम खर्च करने वाले केसीआर की यह पहल काफी कौतूहल का विषय बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शीरीरिक श्रम करके पार्टी नेता दो दिन के अंदर जो पैसा कमाएंगे उसे 21 अप्रैल को तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के वार्षिक आयोजन में खर्च किया जाएगा। इसके बाद अगले शुक्रवार वारंगल में एक जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा। केसीआर ने बताया कि उनकी पार्टी ने पहले ही सदस्यता फीस के जरिए 35 करोड़ रुपए इकट्ठे कर लिए हैं जो कि पार्टी के बैंक अकाउंट में पहुंच रहे हैं।