वाराणसी। मोक्ष की नगरी वाराणसी स्थित मणिकर्णिका घाट पर यूं तो वैसे पूरे साल गम का माहौल होता है, लेकिन साल में एक दिन ऐसा भी होता है जब यहां गम नहीं बल्कि नृत्य और संगीत का खुशनुमा माहौल होता है।
नगरवधुएं इस घाट पर जलती चिताओं के बीच नृत्य करती हैं और बाबा महाश्मशान नाथ से मुक्ति की प्रार्थना करती हैं। इस बार मणिकर्णिका घाट पर शास्त्रीय संगीत की नामचीन गायिका और पद्मश्री से सम्मानित की जा चुकी सोमा घोष ने प्रस्तुति दी और इसके साथ ही नृत्यांगनाओं ने नृत्य किया।
दरअसल, यह मौका था वाराणसी के मणिकर्णिका महाश्मशान पर बाबा महाश्मशान नाथ के वार्षिक श्रंगार का। इस मौके पर यहां आने वाली नगर वधुएं जलती चिताओं के बीच नाच गाकर मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।