खरगोन। मप्र के खरगोन जिले के खलबुजुर्ग आश्रम के 70 वर्षीय महंत आनंद पुरी फिनलैंड की 59 वर्षीय महिला से शादी रचाने शनिवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए।
उनकी शादी वहां चर्चा का विषय बन गई, लेकिन वे दो घंटे तक वहां रुके, अधिकारी नहीं मिले तो दोनों लौट आए। कसरावद तहसील के ग्राम खलबुजुर्ग में मां नर्मदा आश्रम मानव सेवा समिति के महंत आनंद पुरी सिद्धो बाबा फिनलैंड निवासी तुलसी तरजा एनेली से शादी करने जा रहे हैं।
सात साल से आश्रम में रह रही हैं
खंडवा निवासी उनके वकील सुरेश वर्मा ने बताया कि दोनों अध्यात्म से जुड़े होने के चलते संपर्क में आए। विदेशी महिला तुलसी वर्ष 2007 में भारत आई थी। इसी दौरान महंत से हरिद्वार में मुलाकात हुई। महंत से प्रभावित होकर वो खलबुजुर्ग आश्रम में पहुंची। उसके बाद से वहां आना-जाना लगा रहा। सात वर्ष से महिला महंत के साथ आश्रम में ही रह रही थी। वकील वर्मा ने बताया कि एनेली सनातनी संस्कृति से इस हद तक प्रभावित है कि हिंदू धर्म अपनाने के साथ ही उन्होंने हिंदी भाषा भी सीख ली है और आश्रम में नियमित पूजा अर्चना के साथ ही अन्य सेवा कार्य स्वयं करती हैं।
पासपोर्ट अधिकारी ने जांचे दस्तावेज
विदेशी महिला की शादी की सूचना मिलने पर पासपोर्ट अधिकारी सुरेश नरवरे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और महिला के दस्तावेजों की जांच की। नरवरे ने बताया कि महिला टूरिस्ट वीजा पर आठ वर्षों से भारत में रह रही है। वीजा अप्रैल 2017 तक वैध है। शादी के बाद वीजा की अवधि आगे बढ़ाने की प्रक्रिया की जा सकती है।
महंत आनंदपुरी और तुलसी तारजा 2009 से आश्रम में साथ में रह रहे हैं। वर्षों तक एक साथ रहने के बाद अचानक शादी का मन बनाया, जिससे दोनों सुर्खियों में हैं। उनके वकील के अनुसार महिला के पास टूरिस्ट वीजा है, जो पहले से बना था। शादी कर वह भारतीय नागरिकता लेना चाहती हैं। इसलिए दोनों शादी कर रहे हैं।