गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा में बाढ़ के संकट से जूझ रहे जिला प्रशासन के सामने अब नई परेशानी खड़ी हो गई है। एल्गिन चरसड़ी बांध पर कई जगहों पर रेट होल मिले हैं, जिससे यह फिर घाघरा नदी के निशाने पर है। स्थिति को देखते हुए इंजीनियरों की दो टीमें बांध को बचाने के लिए लगा दी गई हैं। स्पर दो व चार के बीच कई स्थानों पर रेट होल के चलते बांध में रिसाव शुरू हो चुका है। विगत वर्ष भी बांध का यही हिस्सा घाघरा नदी के निशाने पर था। और कुछ दूरी पर बांध का आधा हिस्सा कटकर नदी में समाहित हो चुका था।
रिसाव पर गिट्टी-मुरम डालकर होल किए बंद
रिसाव की जानकारी होते ही बांध पर मौजूद अभियंताओं ने गिट्टी-मुरम भरवाकर ऐसे रेट होलों को बंद करवाने का काम तेज कर दिया है। बांध का यह हिस्सा काफी कमजोर माना जा रहा है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में चूहों ने इस पार से उस पार तक बिल बना लिए हैं। अब चूंकि घाघरा का पानी बांध से आ सटा है। जिसकी वजह से बांध में रिसाव शुरू हो गया है।
कटर और कटवन से मजबूत कर रहे हैं बांध
रेट होल से जगह-जगह बांध अत्यधिक कमजोर हो चुका है, जिससे करीब एक लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हो सकती है। मौजूदा समय में बांध पर चल रहे कार्य में कटर व कटवन को मजबूत बनाकर बांध को बचाने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है, जबकि कमजोर हो चुके बांध पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। बाढ़ प्रभारी एडीएम त्रिलोकी सिंह ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से सजग है। बांध को किसी तरह की क्षति नहीं होगी।