26 Apr 2024, 19:51:38 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
zara hatke

20 साल से लगातार फेल हो रहा MBBS का ये स्टूडेंट

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Feb 25 2016 3:28PM | Updated Date: Feb 25 2016 3:28PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

पटना। एमबीबीएस की पढ़ाई वैसे तो छह साल में पूरी हो जाती है और डॉक्‍टर्स को डिग्री भी मिल जाती है लेकिन एक महाशय पिछले 20 सालों से एमबीबीएस ही कर रहे हैं। खास बात यह है कि वह अभी तक एमबीबीएस के द्वतीय वर्ष में ही अटके हुए हैं।
 
काफी तकल्‍लुफ करने के बाद भी जब वह परीक्षा पास न कर सके तो उन्‍होंने अपने प्रोफेसर को अजीबोगरीब मैसेज भेजने शुरू कर दिए। प्रोफेसर के परीक्षा में पास करने से इंकार करने पर इन जनाब ने आत्‍महत्‍या करने की धमकी भी दे डाली। आत्‍महत्‍या की धमकी से डरे हुए प्रोफेसर को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।
 
मामला बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है। यहां एक ऐसा शख्स है जो डॉक्टर बनने की परीक्षा में लगातार 20 वर्षों से फेल होता आ रहा है। वह ग़लत ढंग से परीक्षा पास करने के लिए अपने प्रिंसिपल को तरह-तरह से दुहाई देते हुए धमकी तक देता रहता है। 
 
कहानी कपिलदेव नामक छात्र की है। कपिलदेव तो क्रिकेटर बन गए पर ये जनाब डॉक्‍टर नहीं बन पा रहे हैं। डॉक्टर बनने की ख्वाहिश में ये अपनी जिंदगी के 52 वसंत पार कर चुके है। उनकी ख्वाहिश यानि एमबीबीएस पास करना धरी की धरी रह गई।
 
पिछले 20 सालों से कपिलदेव एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के ही छात्र हैं। उन्होने पहले तो कई बार कॉलेज के शिक्षकों को फोन से मैसेज भेज कर पास कराने का अनुरोध किया। जब किसी शिक्षक ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया तो पेपर में पास न करने पर आत्महत्या की धमकी दे डाली। 52 साल के कपिल ने मेडिसिन विभाग के डॉ बीके सिंह को मोबाइल फोन से कई बार मैसेज किया कि वो डॉक्टर बनकर देश सेवा करना चाहते हैं। इसलिए उसे पास करा दिया जाए। 
 
उसने अपनी पासी जाति का हवाला देते हुए लिखा कि वो अपने जातिगत व्यवसाय ताड़ी बेचने में नहीं जाना चाहता है। उसने लिखा कि वो दलित जाति से आता है इसलिए उसे पास करा दिया जाए। कपिल ने कहा उसे पास करने से बहुत पुण्‍य मिलेगा। आखिरकार जब उसकी एक न चली उसने प्रोफेसर को आत्महत्या की धमकी दे डाली। 
 
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि कपिलदेव चौधरी ने 1995 में एमबीबीएस के बैच में एडमीशन लिया था। कपिल ने प्रथम वर्ष की परीक्षा पास करने के बाद द्वितीय वर्ष में नामांकन लिया। कपिल द्वतीय वर्ष में क्लिनिकल के पेपर में फेल हो गया। 
उसके बाद कपिल कई वर्षो से लगातार परीक्षा दे रहा है पर हर बार उसे निराशा ही हाथ लगती है।
 
प्रोफेसर ने बतया कि वह क्‍लीनिकल के पेपर में कुछ भी ठीक से नहीं लखि पाता है। इसलिए उसे फेल कर दिया जाता है। छात्र की आत्महत्या करने की धमकी से घबराए कॉलेज के प्राचार्य ने छात्र की करतूतों की लिखित शिकायत पुलिस के पास दर्ज़ कराई है। दरभंगा एएसपी दिलनवाज़ अहमद ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी छात्र के बयान के बाद कार्रवाई की जाएगी।
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »