इंदौर। बड़े दांतों से परेशान युवती ने फांसी लगा ली। माता-पिता ने उसे जैसे-तैसे फंदे से उतारा और निजी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। चंद्रलोक कॉलोनी में गृह निर्माण संस्था के सिविल इंजीनियर सैयद लियाकत का घर है। उनकी मंझली बेटी सैयद सोमी (21) बुधवार दोपहर कमरा बंद कर फंदे पर लटक गई।
थोड़ी देर वह नहीं दिखी तो मां राशिदा को शक हुआ। वे पहली मंजिल पर उसके कमरे में गर्इं। आवाज लगाने पर भी उसने दरवाजा नहीं खोला तो पति को बुलाया। उन्होंने डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला। सामने सोमी पंखे पर लटकी थी। माता-पिता उसे बॉम्बे हॉस्पिटल ले गए। वहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। इलाज के दौरान देर रात उसने दम तोड़ दिया।
मामला दबाने में जुटे थे परिजन
सूचना पर पलासिया थाने के एएसआई रामवीरसिंह तोमर हॉस्पिटल पहुंचे और मर्ग पंचनामा बनाया। यहां से शव एमवायएच भिजवाया। बताते हैं परिजन मामला दबाने में जुटे थे। घर पर शवयात्रा में आए रिश्तेदारों और परिचितों में से कुछ को सीढ़ियों से गिरकर मौत होना बताया तो कुछ को कारण नहीं पता था। जो जानते थे, वे चुप थे। कॉलोनी के लोग भी हादसे से अनजान थे।
मानसिक रूप से परेशान थी
एएसआई तोमर ने बताया सोमी के ऊपर और नीचे के दांत बड़े और बाहर निकले थे। उसे खाने में तकलीफ होती थी। साथ ही वह मानसिक रूप से परेशान भी थी। इसके चलते जान देने की बात सामने आई है।
संभव है इलाज
दांत कैसे भी हों, इनका इलाज संभव है। बाहर निकले या अंदर की ओर दांतों को आर्थोडेंटिक ट्रीटमेंट (तार बांधकर अलाइनमेंट करना) से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जान दे देना ठीक नहीं है।
- रिद्दिमा गुप्ता, डेंटिस्ट