वॉशिंगटन। क्रिसमस पर इस वर्ष आसमान में पूरा चांद दिखाई देगा। यह बात नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने कही है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने पाया कि 1977 से ही क्रिसमस पर आसमान पर पूरा चांद नहीं निकला है।
वहीं उन्होंने कहा कि इस वर्ष क्रिसमस पर निकलने वाला पूरा चांद दुर्लभ नजर आएगा। क्योंकि इसके बाद साल 2034 तक ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलेगा। वर्ष के अंत में दिसंम्बर के माह में निकलने वाले पूरे चांद को ‘फुल कोल्ड मून’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह शीत ऋतु में निकलता है।
मैरीलेंड के ग्रीनबेल्ट स्थित गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर से जुड़े जॉन केलर ने कहा कि इस तरह के मौके पर चांद को देखने वाले पल काफी यादगार होते हैं। जॉन ने कहा कि चंद्रमा और पृथ्वी का भूगर्भिक इतिहास इस तरह से जुड़ा हुआ है कि बिना चांद के पृथ्वी एक अलग ही ग्रह लगेगी।
नासा का एक अंतरिक्ष यान वर्तमान में पृथ्वी के चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है। इसका लुनार रीकानसन्स ऑरबिटर (एलआरओ) मिशन 2009 से चंद्रमा की सतह की जांच कर रहा है। एक बयान में कहा गया कि एलआरओ ने अपने सात शक्तिशाली उपकरणों से काफी बहुमूल्य आंकड़े एकत्र किए हैं, जो चंद्रमा को जानने में काफी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।