लंदन। ब्रिटेन में गंभीर रूप से बीमार दो व्यक्तियों में उसी तरह का नर्व एजेंट जहर पाया गया है जिसका इस्तेमाल पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी की हत्या में किया गया था। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि चार्ली रोली और डॉन स्ट्रगस विल्टशर स्थित अपने घर में बेहोश मिले थे और गत शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रासायनिक हथियार विशेषज्ञों ने नर्व एजेंट नोविचोक के इस्तेमाल की पुष्टि की है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के लक्षण अभी और किसी व्यक्ति में नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को जानबूझकर निशाना बनाये जाने के कोई सबूत नहीं मिले हैं।
मामले की जांच शुरू
ब्रिटेन का आतंकरोधी विभाग एक दंपती पर नर्व एजेंट से हमले की जांच में जुट गया है। स्कॉटलैंड यार्ड के वरिष्ठ आतंकरोधी अधिकारी नील बसु ने बताया कि पोर्टन डाउन प्रयोगशाला में इस बात की पुष्टि हो गई है कि नर्व एजेंट नोविचोक से इस दंपती पर हमला किया गया है। भारतीय मूल के मेट्रोपोलिटन पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर बसु ने बताया कि अब हमें सबसे पहले यह पता करना है कि डॉन और शार्ली
नोविचोक के संपर्क में कैसे आए?
उन्होंने कहा कि इस दंपती की पृष्ठभूमि में ऐसी कोई बात नहीं है, जिससे यह सोचा जा सके कि उन पर इस तरह से घातक हमला किया जा सकता है। आतंकरोधी विभाग के सौ जासूस विल्टशायर पुलिस के साथ मिलकर मामले की जांच कर रही है। बता दें की डॉन और शार्ली दोनों ब्रिटिश नागरिक हैं। उन्हें अमेसबरी में बेहोश पाया गया था। यह जगह सैलिसबरी के नजदीक है, जहां चार मार्च को पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमला किया गया था। उस घटना के बाद से रूस और पश्चिमी देशों के संबंधों में तनातनी चल रही है।