न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया के परमाणु निशस्त्रीकरण पर त्वरित सफलता के आसार कम हैं, इसमें समय लग सकता है और उत्तर कोरिया के साथ कई बैठकें करनी होंगी।
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु निशस्त्रीकरण के लक्ष्य तक पहुंचने में अभी और समय लग सकता है लेकिन उनको उम्मीद है कि 12 जून को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ होने वाली बहुप्रतीक्षित बैठक से इसे गति मिलेगी। उत्तर कोरिया के एक प्रतिनिधिमंडल ने उन का पत्र लेकर ट्रंप से मुलाकात की।
ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा, 'अगर एक बैठक में ऐसा होता है तो मुझे यह देखकर खुशी होगी लेकिन अकसर ऐसा नहीं होता। उत्तर कोरिया के साथ एक, दो या तीन बैठक में ऐसा संभव नहीं होगा लेकिन कुछ समय बाद यह होगा।' इससे पहले उत्तर कोरिया अमेरिका की अकेले उत्तर कोरिया के परमाणु निशस्त्रीकरण की मांग को खारिज करते हुए पूरे कोरियाई प्रायद्वीप के चरणबद्ध निशस्त्रीकरण पर सहमत हुआ था। इसमें दक्षिण कोरिया और जापान को सुरक्षा देने वाला अमेरिकी परमाणु घेरा समाप्त करना भी शामिल है।
---परमाणु निशस्त्रीकरण के अपने फैसले पर कायम उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी के अनुसार उन ने प्योंगयोंग में कहा कि उनका देश कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निशस्त्रीकरण के अपने रुख पर पूरी तरह से कायम है। उन्हें उम्मीद है कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बेहतर हुए संबंध इसका चरणबद्ध तरीके से समाधान करेंगे। उन ने कहा, 'नये युग की नयी परिस्थियों में नयी पद्धति से एक-दूसरे के हितों का ख्याल रखने का समाधान ढूंढ़ना होगा। प्रभावकारी और सकारात्मक वार्ता के माध्यम से मुद्दों के समाधान पर प्रगति होगी।' ट्रंप और श्री उन के बीच प्रस्तावित शिखर सम्मेलन को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और उत्तर कोरियाई अधिकारियों के साथ न्यूयॉर्क में आयोजित दो दिवसीय वार्ता भी सकारात्मक रही। इस बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन से पूर्व पोम्पियो और उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम योंग चोल के बीच भी वार्ता हुई। उन के इस पत्र में ट्रंप के साथ शिखर सम्मेलन पर आगे बढ़ने की राय व्यक्त किये जाने की संभावना है।
गौरतलब है कि ट्रंप ने उन के साथ 12 जून को सिंगापुर में प्रस्तावित शिखर सम्मेलन को रद्द करने की घोषणा कर दी थी लेकिन इसके बाद पिछले कुछ दिनो में बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन को वापस पटरी पर लाने के लिए रायनयिक प्रयास तेज हो गये थे।