सिंगापुर। भारत एवं सिंगापुर ने नौसेनाओं के बीच लॉजिस्टिक सहयोग और आतंकवाद के मुकाबले के लिए साइबर सुरक्षा सहयोग सहित सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये और समग्र आर्थिक सहयोग समझौते की दूसरी समीक्षा पूरी करके इसके उन्नयन की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के बीच हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक में ये समझौते किये गये। बैठक के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने अपनी सामरिक साझेदारी में रक्षा और सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया है। हम इन संबंधों में लगातार वृद्धि का हम स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा, 'सिम्बैक्स के 25वें वर्ष पर मैं भारत और सिंगापुर की नौसेनाओं को बधाई देता हूँ। शीघ्र ही हम त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास भी शुरू करेंगे। बार-बार होने वाले अभ्यासों तथा नौसैनिक सहयोग को ध्यान में रखते हुए नौसेनाओं के बीच लॉजिस्टिक समझौता संपन्न होने का भी मैं स्वागत करता हूं।' उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साइबर सुरक्षा तथा अतिवाद एवं आतंकवाद से निपटना हमारे सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्र होंगे। हम इन्हें अपने देशों के लिए सबसे बड़े खतरों में मानते हैं। दोनों नेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय चुनौतियों पर अपनी चिंताओं को साझा किया। साथ ही समुद्री सुरक्षा पर अपने सैद्धांतिक विचारों की पुन: पुष्टि की है और नियम आधारित व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
---'यह हमारी मंजिल नहीं केवल एक पड़ाव'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मुझे विशेष रूप से हमारे समग्र आर्थिक सहयोग समझौते की दूसरे समीक्षा के पूरा होने पर प्रसन्नता है। लेकिन हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि यह हमारी मंज़िल नहीं है बल्कि एक पड़ाव मात्र है। हमारे अधिकारी शीघ्र ही इस समझौते को और उन्नत बनाने और सुधारने के लिए चर्चा शुरू करेंगे। हमने भारत के 115 आकांक्षी जिलों में पानी के लिए नई पहल की शुरूआत देखी है। आज और कल हमने जो करार किए हैं वे इस सहयोग को एक नए स्तर पर ले जाएंगे। ये ग्रामीण क्षेत्रों सहित भारत के युवाओं को लाभ पहुंचाएंगे।'
मोदी ने इस बात पर खुशी जाहिर की, भारतीय कंपनियां सिंगापुर का उपयोग आसियान क्षेत्र एवं अन्य देशों के लिए स्प्रिंग बोर्ड के रूप में करती हैं। उन्होंने कहा कि सिंगापुर की कंपनियों का भारत में निवेश बढ़ रहा है। भारत की उन्नति सिंगापुर को उसके महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अतुलनीय अवसर प्रदान करती है। उन्होंने दोनों देशों के बीच डिजीटल साझेदारी के शुरू होने से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह असीमित संभावनाओं के साथ प्राकृतिक भागीदारी का क्षेत्र है। रूपे, भीम और भीम और यूपीआई आधारित भुगतान ऐप का सिंगापुर में गुरुवार शाम अंतर्राष्ट्रीय लॉन्च डिजीटल इंडिया तथा हमारी भागीदारी की नवीनता की भावना को दर्शाता है। डिजिटल इंडिया के तहत भारत में हम एक डेटा सेंटर नीति बनायेंगे।
---भारत-सिंगापुर के बीच हुए ये करार
बैठक में हुए समझौतों में नौसैनिक पोतों, पनडुब्बियों एवं नौसैनिक विमानों के एक दूसरे के यहां आवागमन, समन्वय, लॉजिस्टिक एवं सर्विस सपोर्ट के करार पर क्रियान्वयन समझौता, साइबर सुरक्षा को लेकर दोनों देशों की संबंधित एजेंसियों के बीच करार, मादक द्रव्य नशीले पदार्थ की तस्करी और उनके तस्करों से मुकाबले को लेकर भारत के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सिंगापुर के सेन्ट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के बीच सहयोग संबंधी करार, कार्मिक प्रबंधन एवं लोकप्रशासन के क्षेत्र में सहयोग को लेकर करार, भारत एवं सिंगापुर के बीच फिनटेक पर एक संयुक्त कार्यसमूह के गठन को लेकर करार, योजना के क्षेत्र में नीति आयोग और सिंगापुर सहयोग उद्यम के बीच करार शामिल हैं। इसके अलावा नर्सिंग पर समझौते की साझा मान्यता की घोषणा तथा व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (सीका) की दूसरी समीक्षा के समापन पर संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया।