जकार्ता। भारत और इंडोनेशिया ने अपने रक्षा सहयोग समझौते का नवीकरण करने के साथ ही अंतरिक्ष, रेलवे, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के 15 करारों पर हस्ताक्षर किये। इनमें छह समझौते विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के मध्य हुए हैं। इंडोनेशिया के बाली और भारत के उत्तराखंड राज्यों को 'सहोदर राज्य' बनाने की भी घोषणा की गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के बीच हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक में इन करारों पर हस्ताक्षर किये गये। दोनों देशों ने इस मौके पर संयुक्त वक्तव्य और भारत इंडोनेशिया समुद्री सहयोग पर एक अलग साझा दृष्टिपत्र भी जारी किया। मोदी ने यहां इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इंडोनेशिया में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की भर्त्सना की और कहा कि इस दुख एवं चुनौतियों के अवसर पर भारत, इंडोनेशिया के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच संबंधों की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा, इंडोनेशिया का पंचशील का दर्शन, यहां के लोगों के विवेक और दूरदर्शिता का जीवंत प्रमाण है जिसमें धार्मिक विश्वासों के साथ सांस्कृतिक परंपराओं का भी निर्बाध एकीकरण किया गया है। उन्होंने कहा, सामुद्रिक पड़ोसियों एवं सामरिक साझेदारों के रूप में हमारी चिन्ताएं एक जैसी हैं। सामुद्रिक मार्गों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। यह हमारे आर्थिक हितों की रक्षा के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने भारत एवं इंडोनेशिया के बीच समुद्री सहयोग के साझा दृष्टिपत्र की उपयोगिता के बारे में कहा कि आज के बदलते हुए हिन्द प्रशांत क्षेत्र में हमारी विशेष भूरणनीतिक भौगोलिक स्थिति है। इस क्षेत्र में सहयोगियों के रूप में, एक दूसरे की प्रगति एवं संपन्नता में हमारे साझा हित है और इसलिए, हमने हिन्द प्रशांत क्षेत्र के लिए साझे दृष्टिकोण और सिद्धांतों पर सहमति की है। मोदी ने कहा, 'हमारे बीच हुए समझौतों से हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी। मुझे प्रसन्नता है कि हमने अपनी साझेदारी को समग्र सामरिक साझेदारी के रूप में उन्नयन करने का निर्णय लिया है। हम वर्ष 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डॉलर के स्तर तक ले जाने के लिए अपने प्रयास दोगुने करेंगे।'
--दोनों देशों के बीच हुए ये समझौते
हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग समझौता, अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए दोहन एवं उपयोग, वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग, रेलवे के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग, स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग, औषधीय, जैविक एवं प्रसाधनों की नियामक कार्यप्रणाली, ंिथक टैंकों के बीच नीतिगत मसलों पर संवाद बढ़ाने, प्रशासनिक अधिकारियों के प्रशिक्षण, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70वीं वर्षगांठ पूरी होने के मौके पर कार्यक्रमों के आयोजन के करार शामिल हैं। इसके अलावा अहमदाबाद के पतंग संग्रहालय और लायांगलायांग संग्रहालय के बीच सहयोग, आगरा के ताजमहल और प्रांबनन मंदिर के बीच संयुक्त प्रोत्साहन, पिंडाड और भुखनवाला के बीच सहयोग, दोनों देशों के वाणिज्य एवं उद्योग संगठनों के बीच सहयोग, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान बेंगलुरु और इंडोनेशिया के संचार एवं सूचनाशास्त्र की मानव संसाधन एवं अनुसंधान एजेंसी के बीच सहयोग के करार भी दस्तखत किये गये। दोनों देशों ने स्थानीय विनिर्माण के लिए एक अनुसंधान केन्द्र एवं संयुक्त विपणन कंपनी की स्थापना करने, टाटा ट्रकों की आपूर्ति करने तथा बाली एवं उत्तराखंड के बीच सहोदर राज्य समझौते की घोषणा की।
दोनों नेताओं की बैठक के पूरी होने के बाद 68 बिन्दुओं वाला एक बड़ा संयुक्त वक्तव्य तथा भारत इंडोनेशिया समुद्री सहयोग का वक्तव्य भी जारी किया गया। बाद में मोदी, विडोडो के साथ जकार्ता स्थित इस्तीक्लाल मस्जिद भी देखने गए जिसे दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक माना जाता है।