काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल बुधवार को फिर कई बड़े धमाकों और उसके बाद हुई गोलीबारी से दहल उठा। यहां 20 मिनट के अंतराल में तीन सिलसिलेवार विस्फोट हुए। अधिकारियों ने इन विस्फोटों में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है। अफगानी संसद के एक नेता के मुताबिक तालिबानी आतंकियों ने एक अन्य जिले के परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं तालिबान ने एक बयान करते हुए कहा कि जिले पर उनका नियंत्रण बरकरार है और उन्होंने दस सरकारी सैन्यकर्मियों को भी मार गिराया, जिनकी बॉडी जमीन पर पड़ी है।
सुरक्षा बलों को लगातार टारगेट बना रहे आतंकी'तालिबानियों ने उत्तरी बघलान प्रांत के जिल के परिसर को भी मंगलवार को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया था। उत्तरी फरयाब प्रांत के सांसद मोहम्मद हाशिम ने बताया आतंकियों ने बिलचिराग जिले के परिसर पर बुधवार को कब्जा कर लिया। हाशिम के अनुसार 40 से अधिक सरकारी सेना बलों ने उन पर जवाबी कार्रवाई की।
शहर में कई धमाकों की पुष्टि पुलिस के प्रवक्ता हश्मतुल्ला एस्तानाकजई ने भी की। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार पहला विस्फोट काबुल के पश्चिमी किनारे पर स्थित दश्त-ए-बरची इलाके में हुआ और दूसरा व तीसरा विस्फोट शाहरी नाओ में हुआ। आतंकियों द्वारा दागे गए मोर्टार हमले में दो नागरिकों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी।
सरकारी बयान में कहा गया कि घटना बाटीकोट जिवे के हाफिज गोद्दी इलाके में मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे की है। सभी घायलों को जलालाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक अप्रैल 2018 के अंत में सुरक्षा बलों द्वारा अपना आक्रमण शुरू करने के बाद तालिबान ने देशभर में सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। सशस्त्र संघर्षों में अफगान नागरिकों का मरना जारी है।
यूएन के आंकड़ों के मुताबिक 2017 में संघर्ष से संबंधित घटनाओं में 3,430 नागरिकों की मौत हो गई और सात हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि तालिबानियों ने नजदीक के कई गांवों पर भी कब्जा कर लिया था। प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता अब्दुल करीम योरिश ने कहा परिसर के नजदीक से अफगानी सैनिकों पर भारी गोलीबारी की जा रही है। हालांकि उन्होंने आगे बताया कि हालात फिलहाल सरकारी सैनिकों के नियंत्रण में हैं।