वॉशिंगटन। सीरिया के घौटा में केमिकल अटैक के बाद सोमवार को इसके सैन्य अड्डों पर मिसाइल हमला हुआ। सीरियाई मीडिया ने शुरुआत में इस हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार माना था, लेकिन अमेरिका द्वारा इसका खंडन करने के साथ ही फ्रांस ने भी इसमें किसी तरह की संलिप्तता से इनकार किया, जिसके बाद अब सीरिया और रूसी सेना ने दावा किया है कि यह हमला इजरायली युद्धक विमानों ने किया।
केमिकल अटैक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद सीरिया के सैन्य अड्डों पर मिसाइल अटैक हुआ है। ट्रंप के बयान की गंभीरता को देखते हुए ही सीरियाई मीडिया ने इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार माना।
सीरियाई विद्रोहियों के गढ़ माने जाने वाले दमिश्क के पूर्वी उपनगर घौटा में शनिवार को हुए संदिग्ध जहरीली गैस के हमले के बाद सोमवार को तैफूर एयरबेस पर मिसाइल अटैक हुआ, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन कर रही रूसी सेना ने कहा इजरायल के दो एफ-15 युद्धक विमानों ने सीरिया के टी-4 हवाई अड्डे पर हमला किया।
इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक रूसी रक्षामंत्री ने कहा इजरायली विमानों ने लेबनान के हवाई क्षेत्र से हमला किया और सीरिया के हवाई रक्षा सिस्टम ने दागे गए आठ में से पांच मिसाइलों को मार गिराया। सीरियाई मीडिया में भी ऐसी खबरें प्रसारित की जा रही हैं।