रोम। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक रिपोर्ट में चेताया गया है कि बढ़ती भुखमरी और अकाल दुनिया के सामने नए संकट के रूप में खड़े हैं। इसके मुताबिक वर्ष 2017 में 51 देशों के 12.4 करोड़ लोग भुखमरी और अकाल से पीड़ित हुए। वर्ष 2016 की तुलना में यह 1.10 करोड़ ज्यादा है। खाद्य संकट पर यूएन की ग्लोबल रिपोर्ट के अनुसार भुखमरी का बड़ा कारण यमन, म्यांमार, उत्तर-पूर्वी नाईजीरिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक आॅफ कांगो, दक्षिण सूडान आदि देशों का हिंसा प्रभावित होना है। यूएन के खाद्य और कृषि संगठन के महानिदेशक जोस ग्रेसियानो दा सिल्वा ने कहा अगर हमें भुखमरी को खत्म करना है तो भूख और हिंसा के बीच के संबंध को स्वीकार करना होगा।
लगातार बिगड़ते हालात पर यूएन ने चेताया
हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा और आजीविका को सुनिश्चित कर जीवन को बचाने के साथ ही शांति बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। इस रिपोर्ट पर यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा इससे हमें महत्वपूर्ण डाटा मिला है। इसके विश्लेषण से हम चुनौतियों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। लोग प्रतिदिन भुखमरी झेल रहे हैं। यह अब हम पर निर्भर करता है कि इसके मूल कारणों के खात्मे के लिए हम क्या कार्रवाई करें रिपोर्ट में प्रभावित देशों के अलावा प्राकृतिक आपदाओं को भुखमरी की दूसरी बड़ी वजह बताया गया है।
दाऊद गिरोह की दुनियाभर में पैठ से अमेरिका चिंतित
वॉशिंगटन। भारत में वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गिरोह ने दुनिया के कई देशों में अपने पांव पसार लिए हैं। अमेरिकी संसदीय समिति की एक बैठक में चिंता जताई गई कि डी कंपनी ने ड्रग्स तस्करी के लिए दुनिया के कई देशों में अपना जाल फैला रखा है। अब यह शक्तिशाली आपराधिक-आतंकी संगठन बन चुका है।
अमेरिकी संसद की आतंकवाद और अवैध वित्त मामलों पर बनी उपसमिति की बैठक में जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लुईस शेली ने कहा पाकिस्तान स्थित डी कंपनी मैक्सिको के ड्रग्स गिरोहों की तरह कई धंधों में लिप्त है। यह हथियारों और नकली डीवीडी की तस्करी से लेकर हवाला कारोबार तक में लिप्त है। गौरतलब है भारतीय और अमेरिकी अधिकारी कई बार कह चुके हैं कि दाऊद ने अपना ठिकाना पाकिस्तान के कराची शहर में बना रखा है, जहां से वह अपना गिरोह चलाता है, जबकि पाकिस्तान अपने यहां दाऊद की मौजूदगी से इनकार करता है। भारत के समर्थन में अमेरिका भी कह चुका है कि पाकिस्तान दाऊद को शरण दे रहा है और वह कराची में है। उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है।
अमेरिका ने घोषित किया है आतंकी
दाऊद के खिलाफ भारत की मुहिम का असर वर्ष 2003 में उस समय दिखा, जब अमेरिका ने अलकायदा से जुड़ाव पर उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया था। संयुक्त राष्ट्र ने आतंकरोधी प्रस्ताव के तहत उस पर कई प्रतिबंध भी लगा रखे हैं।