यंगुन। म्यांमार में आंग सान सू की की सरकार ने संरा जांच कर्ताओं और संघर्ष क्षेत्र से अन्य स्वतंत्र निरीक्षकों को उपद्रवग्रस्त इलाकों में दौरा करने से रोक दिया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने रोहिंग्या शरणार्थी मामले में कार्रवाई का आह्वान किया है।
उल्लेखनीय है कि राखिन के मराउक शहर में मध्य जनवरी की पुलिस फायरिंग में सात प्रदर्शनकारियों की मौत होने और 12 अन्य के घायल होने के बाद तनाव और अधिक बढ़ गया था। स्थानीय लोग वहां एक प्राचीन बौद्ध अराकान साम्राज्य का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे कि अचानक हिंसा शुरु हो गयी। तीन दिन पहले ही उत्तर पूर्वी शहर लाशियों में हुए भयंकर बम विस्फोट में बैंक के दो कर्मचारी मारे गये थे। लाशियो में कई जातीय विद्रोही समूह सेना से संघर्ष छेड़े हुए है।
पिछले वर्ष रोहिंग्या मुस्लिम विद्रोहियों के हमले के बाद चले सेना के व्यापक अभियान के बाद से अबतक छह लाख 88 हजार रोहिंग्या मुसलमानों बंगलादेश में शरण लिये हुए हैं। जिन्हें लेकर संरा और अमेरिका ने कार्रवाई का आह्ववान किया है।