मस्कट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया है। इसके बाद पीएम मोदी ने सोमवार को ओमान की राजधानी मस्कट में स्थित 109 साल पुराने शिव मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान चारों ओर मोदी-मोदी के नारे लगे। मंदिर को मोतीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
मंदिर में दर्शन के बाद पीएम मस्कट और ओमान की सबसे मशहूर सुल्तान कबूस मस्जिद भी गए। ओमान के अफसरों ने पीएम को इस मस्जिद की खासियतें बताईं। इसके कुछ देर बाद प्रधानमंत्री नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
आठ समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
पीएम मोदी दो दिवसीय खाड़ी देशों की यात्रा पर हैं और यूएई के बाद अब वह मस्कट में हैं। पीएम मोदी ओमान के सुल्तान से रविवार को कई विषयों पर चर्चा की और इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग सहित आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
कई मुद्दों पर हुई बातचीत
तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण पर यहां पहुंचे मोदी ने कबूस बिन साद अल साद के साथ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की अगुवाई की। इस दौरान व्यापार और निवेश, ऊर्जा ,रक्षा, सुरक्षा ,खाद्य सुरक्षा तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत हुई।
मंदिर का गुजरात से खास नाता
पीएम मोदी ने जिस शिव मंदिर के दर्शन किए वह सुल्तान के महल से करीब ही है और सीब एयरपोर्ट से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का गुजरात से भी गहरा नाता है। बताया जाता है कि इस मंदिर को कच्छ से आए भाटिया व्यापारियों ने निर्मित कराया था जो मस्कट में सन् 1507 में जाकर बस गए थे। मस्कट में आज भी इस समुदाय की ताकत और उसका प्रभुत्व आसानी से देखा जा सकता है। भारत के बाहर मस्कट को गुजराती व्यापारियों का पहला घर करार दिया जाता है।