इस्लामाबाद। शनिवार को पाकिस्तना के इस्लामाबाद में करीब 15 दिन से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में एक पुलिसकर्मी की मौत हुई है और 150 लोग घायल हुए हैं।
मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी ने सभी निजी चैनलों के लाइव प्रसारण पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि निजी चैनल इस हुई झड़प का लाइव प्रसारण कर रहे थे। हालांकि राष्ट्रीय चैनल पर लाइव प्रसारण जारी है।
प्रदर्शनकारी पिछले 15 दिनों से इस्लामाबाद का मुख्य मार्ग अवरुद्ध कर कानून मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। ये प्रदर्शनकारी तहरीके-ऐ- रसूल अल्लाह नाम के इस्लामिक संगठन से जुड़े है।
पुलिस ने जब इन्हें हटाने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव शुरु कर दिया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें की।
क्या है मामला?
ये है मामला दरअसल, इस बवाल के पीछे की असल वजह यह है कि इस्लामाबाद में प्रदर्शन कर रहे लोगों का मानना है कि चुने गए प्रतिनिधियों के शपथ लेने वाले नियम इलेक्शन एक्ट 2017 में मोहम्मद साहब की सर्वोच्चता को चुनौती दी गई है। सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए इसे मानवीय भूल बताया। सरकार संसद के एक्ट के तहत इसमें सुधार भी कर चुकी है, लेकिन प्रदर्शनकारी कानून मंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं।