न्यूयॉर्क। अमेरिका के इतिहास के सबसे डरावने दौर 9/11 हमले की सोलहवीं बरसी पर पीड़ितों के संबंधियों, हमले में बच गए लोग, बचावकर्मी और आम लोग न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की जगह पहुंचकर मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि देंगे। अमेरिका समेत पूरी दुनिया को हिला कर रख देने वाले इस आंतकी हमले को हुए सोलह साल बीत चुके है। आतंकी हमले के बरसी के दिन मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि देने के लिए परंपरा है। जिसमें सभी लोगों के नाम पढ़े जाते है। कुछ पलों का मौन रखा जाता है फिर घंटे की आवाज सुनाई पड़ती है और दो शक्तिशाली लाइट बीम रात भर रोशनी फैलाती रहती है।
जूडी ब्राम मर्फी ने पिछले साल लिखा था कि ‘न्यूयॉर्क शुक्रिया, 9/11 के पीड़ितों को निरंतर सम्मान देने के लिए और उनके नाम पढ़ने के लिए’ जूडी के पति ब्रायन जोसफ मर्फी की इस हमले में मौत हो गई थी। 11 सितंबर 2001 को अगवा किए विमानों के जरिए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेनसिल्वेनिया के शांक्सविले के पास एक स्थान पर हमला किया गया था। इन हमलों में लगभग 3 हजार लोग मारे गए थे। न्यूयॉर्क के निवासी डोनाल्ड ट्रंप 9/11 की बरसी पर देश के राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार मौजूद रहेंगे। वह उस वक्त एक पल का मौन रखेंगे जब पहले विमान ने हमला किया था।