तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अपने मंत्रिमंडल में किसी महिला मंत्री को नामांकित नहीं करने पर सुधारवादियों के निशाने पर आने के एक दिन बाद दो महिलाओं को उपराष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया है। वर्ष 1980 में अमेरिकी दूतावास में बंधक संकट के दौरान प्रवक्ता के रूप में अपनी भूमिका के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली मास्सोमेह एबतेकार को महिला मामलों के प्रभारी के रूप में उपराष्ट्रपति नियुक्त किया है।
इससे पहले वह रूहानी के कार्यालय में पर्यावरण मामलों से जुड़ी हुई थी। इसके अलावा लाया जोनेयदी को कानूनी मामलों के लिए उपराष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया है जबकि एक अन्य महिला शाहिनदोख्त मोवलावर्दी को नागरिक अधिकारों का विशेष सलाहकार नामांकित किया गया है। अपने पिछले कार्यकाल के दौरान सरकार में तीन महिला उपराष्ट्रपतियों को रखने वाले रूहानी को अपने अधीन अभी कई और पदों को भरना है।
इन पदों पर किसी महिला की नियुक्ति की जाएंगी। रूहानी के नए मंत्रियों में किसी महिला को शामिल नहीं किए जाने की उनके सुधारवादी सहयोगियों ने कड़ी आलोचना की थी। उनका कहना था कि रूहानी धार्मिक संगठनों के दबाव के आगे झुक गए है। रूहानी ने नागरिक अधिकारों में सुधार और पश्चिमी देशों के साथ संबंधों के पुनर्निर्माण के संकल्प के बाद मई में सुधारवादियों के समर्थन से कट्टरपंथी इब्राहिम रेइसी पर जीत दर्ज की थी।