हैम्बर्ग। भारत ने कहा कि G-20 सम्मेलन में आतंकवाद रोधी चर्चा के दौरान उसकी बात ‘प्रभावी’ तरीके से सुनी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुद्दे को यूरोपीय नेताओं के समक्ष उठाया था। सम्मेलन में भारत के शेरपा अरविंद पनगढ़िया ने मीडिया से ये बात कही। उन्होंने कहा कि भारत ने व्यापार, निवेश, प्रवासियों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हुई वार्ता में भी एक अहम भूमिका निभाई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की जर्मन चांसलर एजेंला मर्केल समेत यूरोपीय नेताओं के साथ हुई बातचीत आतंकवाद रोधी उपायों पर केंद्रित रही। पीएम ने हाल के दिनों में यूरोपीय नेताओं के साथ हुई बैठकों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के मुद्दे को उठाया है।
आतंकवाद के बढ़ते दायरे और इसकी फंडिंग के स्रोतों को खत्म करने के लिए जी-20 के नेताओं ने मिलकर कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी नेताओं ने शुक्रवार को कहा था कि दुनिया के हर कोने से आतंकवाद की सुरक्षित पनाहगाहें खत्म करनी होंगी।
संयुक्त बयान का जिक्र करते हुए पनगढ़िया ने कहा, जी-20 देशों का आतंकवाद से लड़ने के लिए आया संयुक्त बयान जी-20 घोषणापत्र का एक अनुलग्नक था, लेकिन भारत ने आतंकवाद पर अलग से बयान जारी करने की पैरवी की।