हैम्बर्ग। G-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने जर्मनी के हैम्बर्ग पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी चुनौती बताया है। साथ ही मोदी ने G-20 देशों से आतंकवाद पर सख्त रुख अपनाने की मांग की।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की तुलना आईएसआईएस और अलकायदा से करते हुए कहा कि इनके नाम भले ही अलग हों, लेकिन इनकी विचारधारा एक ही है। मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा- कुछ देश सियासी फायदा उठाने के लिए आतंक का इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाह के साथ आतंकवाद को समर्थन देने वालों तथा उसे प्रायोजित करने वालों के खिलाफ सामूहिक कार्वाई का आह्वान किया। ऐसे देशों के अधिकारियों का G-20 सम्मेलन में प्रवेश पर प्रतिबंध जरूरी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया कमजोर है।
पेरिस समझौते को लागू करना अनिवार्य: मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए पेरिस समझौते की आम सहमति को लागू करना 'अनिवार्य' है। उल्लेखनीय है कि कुछ ही सप्ताह पहले अमेरिका ने इस समझौते से बाहर होने का निर्णय किया था। मोदी ने साथ ही कहा कि भारत समझौते को 'अक्षरश:' लागू करेगा।