बन्नू। पाकिस्तान में 1998 के बाद इस साल के शुरूआत में फिर से जनगणना हुई। इसका प्रारंभिक परिणाम आने की उम्मीद है जिसमें आंकड़े के 20 करोड़ पहुंचने की संभावना है। यहां करीब 100 बच्चों को जन्म देने वाले तीन पुरूष उन लोगों में शामिल है जिनके कारण देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
पाकिस्तान में 57 वर्षीय के गुलजार खान के 36 बच्चे हैं। उनका कहना है, "ऊपरवाला सब मुहैया करएगा। मेरे बच्चों को क्रिकेट खेलने के लिए दोस्तों की जरूरत नहीं। विश्व बैंक और सरकारी आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान की जन्मदर दक्षिण एशिया में सर्वाधिक है और वहां प्रति महिला करीब तीन बच्चे है।
जानकारों ने चेताया है कि बढ़ती जनसंख्या देश के आर्थिक विकास एवं सामाजिक सेवाओं को नुकसान पहुंचा रही है, लेकिन ये तीनों पिता इस बात को लेकर कतई चिंतित नहीं है। गुलजार ने कहा इस्लाम उन्हें परिवार नियोजन से रोकता है।
बच्चे का जन्म कुदरत की देन
गुलजार खान ने कहा, ‘‘ईश्वर ने पूरी कायनात और सभी मुनष्यों को बनाया है तो मुझे बच्चे के जन्म की प्राकृतिक प्रक्रिया क्यों रोकनी चाहिए?’’बच्चों की इतनी अधिक संख्या का एक कारण पश्चिमोत्तर में कबायली दुश्मनी है जहां बन्नू शहर में 57 वर्षीय गुलजार अपनी तीसरी पत्नी के साथ रह रहा है जो गर्भवती है।
भाई के 22 बच्चे
70 वर्षीय मस्तान खान वजीर गुलजार खान के 15 भाइयों में से एक है। उसकी भी तीन पत्नियां हैं और 22 बच्चे हैं। उसका कहना है कि उसके नाती पोतों की संख्या की गिनती नहीं की जा सकती। उसने कहा, अल्लाह ने वादा किया है कि वह भोजन एवं संसाधन मुहैया कराएगा लेकिन लोगों का भरोसा कमजोर हो गया है।
100 बच्चों की इच्छा जताई
इसी तरह बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में जान मोहम्मद के 38 बच्चे हैं। वह मस्तान की बात से सहमत है जबकि पहले वह सरकार से अपने परिवार के लिए संसाधन मुहैया कराए जाने की अपील कर चुका है। जान ने वर्ष 2016 में चौथा विवाह करने की इच्छा जताई थी क्योंकि वह 100 बच्चों का पिता बनना चाहता है। लेकिन अभी कोई महिला तैयार नहीं है।