इस्लामाबाद। पाकिस्तान के लाहौर में आईएसआईएस की एक आतंकी नौरीन लेघारी को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी उम्र महज 20 वर्ष है लेकिन इरादे बेहद खतरनाक हैं। पूछताछ में उसने बताया कि लाहौर में ईस्टर संडे पर एक चर्च को निशाना बनाने के लिए एक आत्मघामी हमलावर के तौर पर उसका इस्तेमाल किया जाना था।
डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली लड़की ISIS से प्रभावित होकर आत्मघाती बम बन चुकी थी। उसकी साजिश ईस्टर पर धमाका करने की थी।
नाम- नौरीन जबर लेघारी
उम्र- 20 साल
पढ़ाई- मेडिकल की छात्रा
तारीफ- ISIS की आतंकवादी, पाकिस्तान की ब्यूटी बम
14 अप्रैल को लाहौर में आतंक निरोधी ऑपरेशन में नौरीन को गिरफ्तार किया गया था। वह सिंध के जमशोरो में लियाकत यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ सांइसेज की दूसरे वर्ष की छात्रा थी। पाकिस्तान के हैदराबाद की रहने वाली नौरीन 10 फरवरी से लापता थी। उसके घरवालों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था।
बीस साल की इस खूबसूरत लड़की के बारे में आगे आपको कुछ बताएं आप खुद इसकी जुबान से इसका सच सुन लीजिए। नौरीन जबर लेघारी कहती है, 'मेरा नाम नौरीन है। मैं हैदराबाद से ताल्लुक रखती हूं। मेरे पिता का नाम अब्दुल जब्बार है, जो कि यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। मैं खुद लियाकत मेडिकल यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर की छात्रा हूं। मुझे किसी ने अगवा नहीं किया।'
हमले के लिए मिले थे दो आत्मघाती जैकेट, 4 ग्रेनेड
उसने बताया कि आईएसआईएस में शामिल होने के लिए फरवरी में वह सीरिया गई और हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी लिया। चर्च पर हमले के लिए उसे आईएस ने दो आत्मघाती जैकेट, चार ग्रेनेड और कुछ गोलियां दी थीं। लेकिन सुरक्षाबलों ने शुक्रवार रात को एक आतंकवादी को मार गिराया और इस महिला समेत दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया, जिससे इस हमले की योजना विफल हो गई।
फेसबुक से आयी थी ISIS के संपर्क में
विश्वविद्यालय के कुलपति नौशाद शेख ने कहा कि युवती लंबे समय से सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति के संपर्क में थी, जिसने उसे कट्टरपंथी बना दिया। लाहौर पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि वह फेसबुक पर आईएस से जुड़े एक व्यक्ति के संपर्क में थी, जहां उसने बगदादी के प्रति निष्ठा जताई थी। चरमपंथी विचारों के कारण फेसबुक ने उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया था।