येरूशलम। इस्राइल ने भारत के साथ दो अरब अमेरिकी डॉलर का एक करार किया है, जिसके तहत वह भारत को मिसाइल रक्षा प्रणाली की आपूर्ति करेगा। इस्राइल के सरकारी उद्यम इस्राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने यह जानकारी देते हुए घोषणा की कि उसे भारत को मध्यम श्रेणी के सतह से हवा में मार करने वाली उन्नत मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति के लिए करीब दो अरब डॉलर का उसका सबसे बड़ा रक्षा ठेका मिला है।
आईएआई ने कहा कि इसके साथ ही वह लंबी दूरी की हवाई और मिसाइल रक्षा प्रणाली की भी आपूर्ति करेगा। इस ठेके में से आईएआई का हिस्सा 1.6 अरब अमेरिकी डॉलर का होगा, जबकि शेष हिस्सा एक अन्य सरकारी रक्षा कंपनी राफेल को मिलेगा, जो सिस्टमों के लिए उपकरणों की आपूर्ति करेगी।
दोनों देशों की रक्षा कंपनियां करेंगी तैयार
रक्षा सूत्रों के मुताबिक इस रक्षा करार के तहत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) संयुक्त रूप से बराक-8 मध्यम श्रेणी की मिसाइल प्रणाली समेत 16 लांचर और 560 मिसाइलें तैयार की जाएंगी। ये भारतीय सेना के लिए तैयार की जा रही हैं। इसके अलावा 40 हजार टन वाले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत में इसको लगाए जाने पर भी करार हुआ है। इससे पहले फरवरी में मोदी के नेतृत वाली सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी ने मिसाइल रक्षा प्रणाली के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी थी। इस पर 16 हजार 830 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।