अमेरिका। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि इराक और सीरिया से बारूदी सुरंगों, देसी बमों और अन्य सक्रिय बमों का सफाया करने में 40 से 50 वर्ष का समय लगेगा।
संयुक्त राष्ट्र की 'माइन एक्शन सर्विस' की निदेशक एग्नेस मार्केलो ने कहा, "हमें यहां दशकों तक काम करना होगा जैसे कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में अभी तक कुछ सक्रिय बम यहां-वहां पाए जाते हैं।"
'अंतरराष्ट्रीय माइन अवेयरनेस डे' के मौके पर उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके कार्यालय का अनुमान है कि इराक में इस्लामिक स्टेट चरमपंथी समूहों के कब्जे से छुड़ाए गए इलाकों की साफ-सफाई के लिए 17 करोड़ डॉलर से 18 करोड़ डॉलर का खर्चा आएगा।
मार्केलो ने कहा कि इस आंकड़े में मोसुल की सुरक्षा के लिए सालाना 5 करोड़ डॉलर की राशि भी शामिल है। गौरतलब है कि मोसुल पर अब भी आंशिक रूप से इस्लामिक स्टेट समूह का कब्जा है।
रासायनिक हमले में हुई 100 लोगों की मौत
बता दें कि,सीरिया के उत्तर पश्चिमी इदलिब प्रांत में मंगलवार को हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई और 400 से अधिक को सांस लेने तथा अन्य दिक्कतें आ रही हैं। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि अभी हम जानकारियां इकठ्ठा कर रहे है और यदि यह वाकई रासयानिक हमला है तो स्पष्ट रूप से यह एक युद्ध अपराध है।